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    Gorakhpur Ayush University: आयुर्वेद में बी फार्मा और बीएससी नर्सिंग कोर्स शुरू, गठित होगा प्लेसमेंट सेल

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 12:26 PM (IST)

    गोरखपुर के महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय में आयुर्वेद विभाग ने बी फार्मा और बीएससी नर्सिंग कोर्स शुरू किए हैं। ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो गया है। डी फार्मा वाले छात्र बी फार्मा के दूसरे वर्ष में सीधे प्रवेश ले सकते हैं। विदेशी छात्रों के लिए भी अवसर हैं। विश्वविद्यालय प्लेसमेंट सेल गठित करेगा ताकि छात्रों को नौकरी मिल सके।

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    आयुष विश्वविद्यालय। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। प्रदेश के इकलौते महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के आयुर्वेद विभाग में बी फार्मा व बीएससी नर्सिंग का कोर्स शुरू कर दिया गया है। विश्वविद्यालय के पोर्टल आनलाइन एप्लीकेशन पर पंजीकरण शुरू हो गया है। बी फार्मा का कोर्स चार वर्ष का है।

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    यदि किसी छात्र ने डी फार्मा का कोर्स किया है तो उसे सीधे बी फार्मा के दूसरे वर्ष में प्रवेश दिया जाएगा। इससे उसका एक साल बचेगा। विदेशी छात्र भी इन कोर्सों में नामांकन करा सकते हैं। खासकर जिन देशों में आयुर्वेद का प्रचलन है- श्रीलंका, सिंगापुर, भूटान, वर्मा, नेपाल के छात्रों के लिए यह कोर्स ज्यादा उपयोगी होंगे।

    विज्ञान वर्ग में इंटरमीडिएट या उसके समकक्ष परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं इन कोर्सों में नामांकन करा सकते हैं। सीटों का निर्धारण नहीं किया गया है। जितने अभ्यर्थी पंजीकरण कराएंगे, उन सभी को प्रवेश देने की कोशिश होगी। नामांकन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन प्लेसमेंट सेल गठित करेगा।

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    अंतिम वर्ष की परीक्षा के पूर्व आयुर्वेदिक कंपनियों को बुलाकर छात्र-छात्राओं का साक्षात्कार कराया जाएगा। इससे पढ़ाई पूरी करते-करते उन्हें नौकरी भी मिल जाएगी। यदि कोई विद्यार्थी यहां नामांकन लेने के बाद अपने क्षेत्र के किसी महाविद्यालय से यह कोर्स करने की इच्छा प्रकट करेंगा तो उसे यह सुविधा देने की कोशिश की जाएगी।

    बी फार्मा के साथ ही बीएससी नर्सिंग का कोर्स भी शुरू कर दिया गया है। अभी तक आयुर्वेदिक अस्पतालों में माडर्न मेडिकल साइंस से बीएससी नर्सिंग कर चुकी स्टाफ नर्सों को तैनात किया जाता था। उन्हें डेढ़-दो साल की ट्रेनिंग देनी पड़ती थी। अब आयुर्वेद में यह डिग्री हासिल बच्चे स्टाफ नर्स बन सकेंगे। उन्हें आयुर्वेदिक अस्पतालों में आसानी से नौकरी मिल जाएगी।

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    -डाॅ. के रामचंद्र रेड्डी, कुलपति महायाेगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय