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    गड्ढा खोदकर जमीन में डाला जाएगा यह आलू, वजह जानकर एक बार में नहीं होगा यकीन

    Updated: Thu, 13 Nov 2025 08:44 AM (IST)

    गोरखपुर के महेवा मंडी में जब्त केमिकल से रंगे आलू को सहजनवां में निस्तारित किया जाएगा। खाद्य सुरक्षा विभाग ने आलू में केमिकल रंग की पुष्टि की है। यह आलू तमिलनाडु और फर्रुखाबाद से आया था। जांच में पता चला कि इसमें फेरिक ऑक्साइड मिला है, जिसका प्रयोग पेंट और कॉस्मेटिक्स में होता है। ऐसे आलू के सेवन से किडनी और लिवर खराब हो सकते हैं।

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    नगर निगम कराएगा सहजनवां के सुथनी में सुरक्षित निस्तारण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। महेवा मंडी में जब्त केमिकल से रंगा गया आलू गुरुवार को सहजनवां के सुथनी में सुरक्षित निस्तारित कराया जाएगा। नगर निगम के ट्रकों में भरकर आलू भेजा जाएगा। फिर गड्ढा खोदकर आलू उसमें डाल दिया जाएगा। इसके बाद ऊपर से मिट्टी भर दी जाएगी। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों की नगर निगम के अधिकारियों से बात हो गई है।

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    28 सितंबर को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम महेवा मंडी पहुंची। यहां तमिलनाडु के वेल्लौर और फर्रुखाबाद से आए एक-एक ट्रक आलू की जांच की। जांच में आलू को केमिकल से रंगने की पुष्टि हुई। टीम ने दोनों ट्रक आलू जब्त कर लिया। ट्रक से आलू उतारकर मंडी के गोदाम में रखकर ऊपर से सील लगा दी गई। आलू का नमूना लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। तकरीबन एक महीने बाद आयी रिपोर्ट में केमिकल से आलू रंगने की पुष्टि हुई।

    बलिया में भी सामने आया था मामला
    बलिया में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने केमिकल मिले आलू की जांच कराई थी। नमूने में आयरन आक्साइड मिलाने की पुष्टि हुई थी। सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि ऐसे आलू के लगातार इस्तेमाल से किडनी व लिवर भी फेल हो सकता है। बेचने के लिए इस आलू की कीमत ज्यादा रखी जाती है ताकि खरीदार इसे लें।

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    सामान्य आलू से यह पांच से 10 रुपये प्रति किलो महंगा होता है। दुकानदार इसे ताजा और बढ़िया आलू कहकर बेचते हैं। कानपुर, उन्नाव, बाराबंकी व कन्नौज के कोल्ड स्टोरेज से यह आलू गोरखपुर की मंडी में आ रहा है। कोल्ड स्टोरेज से आलू निकालने के बाद उसे केमिकल में रंगा जाता है।

    पानी का रंग हो गया लाल
    खाद्य सुरक्षा की टीम ने पानी में आलू डाला तो पानी का रंग लाल हो गया था। फेरिक आक्साइड का प्रयोग पेंट, सिरेमिक और कास्मेटिक्स में होता है। लेकिन आलू या किसी भी ताजी सब्ज़ी पर कोटिंग के रूप में इसका प्रयोग अनुमन्य नहीं है। आयरन आक्साइड से लेपित आलू खाने पर शरीर में धातु जा सकती है। इससे पेट की गड़बड़ी, उल्टी, मितली हो सकती है।

    आलू के सुरक्षित निस्तारण के लिए नगर निगम को पत्र लिखा गया था। गुरुवार को निस्तारण कराया जाएगा। यदि कहीं आलू रंगकर बिक रहा है तो इसकी सूचना विभाग को जरूर दें। मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है।

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    :डा. सुधीर कुमार सिंह, सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन