आवारा कुत्तों के लिए एबीसी सेंटर के बगल में बनेगा अस्थायी शेल्टर, हर 15 दिन पर बैठक कर होगी प्रगति की समीक्षा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अपर नगर आयुक्त की अध्यक्षता में एबीसी समिति की बैठक हुई। अमवा के पास आवारा कुत्तों के लिए अस्थायी आश्रय बनेगा। हर 15 दिन में प्रगति की समीक्षा होगी। कुत्तों की गणना, दवा, माइक्रोचिप लगाई जाएगी। विशेष वाहन खरीदे जाएंगे और पुरानी एम्बुलेंस को ठीक कराया जाएगा। नसबंदी और टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।

जागरण संवाददाता, गाेरखपुर। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में बुधवार को अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) समिति की बैठक आयोजित हुई। इसमें अस्थायी रूप से एबीसी सेंटर अमवा के परिसर के बगल में आवारा कुत्तों के लिए शेल्टर बनाने, माडिफाई कैचिंग वाहन खरीदने से लेकर डाक्टरों की उपलब्धता के संबंध में चर्चा की गई।
बुधवार को हुई बैठक में तय हुआ कि हर 15 दिन पर बैठक कर प्रगति की समीक्षा और नई कार्य योजना पर विचार होगा। आवारा कुत्तों की सभी वार्डो में पार्षदों की मदद से गणना कराई जाएगी। आवारा कुत्तों को कीड़े मारने की दवा दी जाएगी। उनमें माइक्रोचिप भी लगाई जाएगी।
एबीसी सेंटर के बगल में खाली पड़ी जमीन पर अस्थाई डाॅग शेल्टर बनेगा। डाॅग कैचिंग के लिए एबीसी रूल्स के मुताबिक माडिफाई कैचिंग वाहन खरीदे जाएंगे। डा. अनिता अग्रवाल के सुझाव सलाह पर अपर नगर आयुक्त ने बताया कि घायल कुत्तों के परिवहन के लिए पुरानी एम्बुलेंस को मॉडिफाई कराया जाएगा। कुत्तों की नसबंदी, टीकाकरण और पुनर्वास कार्य को अभियान के रूप में चलाया जाएगा, ताकि आवारा कुत्तों से होने वाली घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
यह भी पढ़ें- कनेक्शन नंबर पर मिलेगा रेग्युलेटर और पाइप, आयल कंपनियों ने लागू की व्यवस्था
बैठक में अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार के अलावा पशुपालन विभाग के डिप्टी सीवीओ डा. शिव कुमार, चरगांवा अस्पताल के पशु चिकित्साधिकारी डा. साकेत, पशु चिकित्सालय गोरखनाथ के डा. विष्णु प्रताप सिंह, पशु चिकित्सालय खोराबार के डा. एफ अंसारी, सिविल सोसाइटी की प्रतिनिधि के रूप में डा. अनिता अग्रवाल एवं मनीष चौबे उपस्थित रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।