Gorakhpur: नहीं चेते तो लापरवाही की हवा से खेतों में भड़केगी आग, गांवों में लटक रहे बिजली के तार
गोरखपुर में हर साल हजारों एकड़ खेतों में आग लगने के चलते फसलों का नुकसान होता है। बावजूद इसके अग्निशमन विभाग व बिजली विभाग चेत नहीं रहे हैं। यहां मार्च अप्रैल और मई में सबसे अधिक आगजनी की घटनाएं होती हैं।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। आगजनी की घटनाओं का समय आ गया है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही की हवा खेत समेत गांव में आग भड़का सकती है। यद्यपि, इससे निपटने के लिए तैयारी अभी भी आधी अधूरी है। देहात क्षेत्रों में बिजली के तार अभी भी ढीले हैं और नीचे लटक रहे हैं। जो पछुआ हवा के चलते ही खेतों में खड़ी फसलों को आग के हवाले कर सकते हैं। न तो बिजली विभाग ने अब तक तार ठीक कराए हैं और न ही अग्निशमन विभाग ने इस बारे में प्रशासन को कोई सूचना दी है।
मार्च, अप्रैल और मई में होती है आगजनी की घटनाएं
मार्च, अप्रैल और मई माह में भीषण गर्मी के बीच आग की घटनाएं बढ़ जाती है। हल्की सी चिंगारी सैकड़ों एकड़ फसल और घरों को आग के हवाले कर देती है। अग्निशमन विभाग का कहना है कि इससे बचाव की तैयारी शुरू कर दी गई है। आमजन को भी बचाव के प्रति सतर्क रहना होगा। विभाग की तरफ से हर तहसील में एक फायर स्टेशन को स्थापित कर दिया गया है। इसमें गीडा, बासगांव और गोला में खुद अग्निशमन विभाग का सब स्टेशन है, जहां पर फायरब्रिगेड के छोटे-बड़े वाहन मौजूद हैं। ये अपने-अपने क्षेत्र में आगजनी होने पर तत्काल मौके पर पहुंचकर बुझाने का प्रयास करेंगे। वहीं जिन तहसील क्षेत्रों में विभाग का कार्यालय नहीं है वहां पर वैकल्पिक कार्यालय खोले जाएंगे। विभाग के अनुसार कैंपियरगंज, चौरीचौरा, बड़हलगंज, खजनी और गगहा में आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए अगले चार माह के लिए थाना व तहसील परिसर में सब स्टेशन स्थापित किया है।
आग लगने पर इन नंबरों पर करें फोन
अग्निशमन विभाग के अनुसार आग लगने की सूचना लोग टोल फ्री नंबर 191 के अलावा कंट्रोल रूम में स्थापित नंबर जैसे गोलघर में 9454418790, बासगांव में 9454418793, गीडा में 945441872 और गोला में 9454418794 पर फोन कर जानकारी दे सकते हैं।
बचाव के लिए ये उपाय जरूर करें
आगजनी पर तत्काल पानी की व्यवस्था के लिए खेतों में पपंसेट मशीन रखे
किसान खलीहान में गड्ढा खोदकर उसमें पानी की व्यवस्था कर लें
रात में सोने के पहले घर के अंदर व झोपड़ी में किए गए धुएं को बुझा दें
घर के आसपास फसलों को और उनके अवशेष को इकट्ठा न रखें
हवा चलने के दौरान खेत और घर के आसपास भाेजन न बनाएं
छोटे बच्चों को खाना बनाने के लिए घर छोड़कर कहीं न जाएं
पशुओं को झोपड़ी में नहीं बाहर बांधे और उनके पास धुआं न करें
चूल्हे की राख को बुझाकर गड्ढा खोंदकर उसमें डालें, खुले में न फेंके
बिजली के तार ढीले हैं तो सही करवा दें, उसके नीचे फसलों को न रखें
आग लगने पर फायर विभाग को सही पता दें, सड़क पर किसी व्यक्ति को भेज दें
क्या कहते हैं अधिकारी
मुख्य अग्निशमन अधिकरी एके सिंह ने बताया कि आगजनी की घटना से निपटने के लिए तैयारी कर ली गई है। जिला समेत तहसीलों पर कंट्रोल रूम चालू कर दिया गया है। समय-समय पर इसकी जांच खुद करूंगा। आग लगने पर सूचना मिलने के अगले एक से दो मिनट में फायरब्रिगेड की गाड़ी को रवाना कर दिया जाएगा। बिजली विभाग ढीले तार ठीक कराए, इसके लिए जिला प्रशासन को पत्र भेजा जाएगा।
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