Gorakhpur Fire: गोरखपुर में गूंजा साहस का किस्सा, टल गया बड़ा हादसा
गोरखपुर के शाहपुर स्थित गोविंद नगरी कॉलोनी में आग लगने से दहशत फैल गई। दमकल और पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए अंदर फंसे परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला। दमकल कर्मियों ने खिड़की तोड़कर धुंआ निकाला और सीढ़ियों से लोगों को बचाया। पुलिस ने सुरक्षा घेरा बनाया। एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया जिससे लोगों ने राहत की सांस ली।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शाहपुर की गोविंद नगरी कालोनी शनिवार को भय और अफरातफरी का केंद्र थी। हर ओर धुआं, कांच टूटने की धमाके जैसी आवाजें और भीतर से आती चीखें लोगों की रूह कंपा रही थीं। लेकिन ठीक इसी घड़ी फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम ने जो साहस और तत्परता दिखाई, उसने परिवार के साथ ही कालोनी वालों को राहत की सांस दिला दी।
आग से घिरने के बाद परिवार के लोग अंदर फंसे थे।बाहर खड़े पड़ोसी व सहयोगी भी बेबस थे,कोई अंदर नहीं जा सकता था। सबकी निगाहें सिर्फ एक ही उम्मीद पर टिकी थीं,दमकल की गाड़ी व पुलिस पर।कुछ ही देर बाद गोलघर फायर स्टेशन से गाड़ियों का सायरन गूंजा।
दमकलकर्मियों के साथ ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने बिना वक्त गंवाए पूरे मोहल्ले के बीच राहत का संदेश फैलाया-अब बचाव शुरू हो गया है,आप लाेग घबराइए मत। दमकल कर्मियों ने सबसे पहले मकान की खिड़की तोड़ी, ताकि धुएं को बाहर निकलने का रास्ता मिले।
इसके बाद सीढ़ियां लगाकर ऊपरी मंजिल तक पहुंचे। अंदर घुसते ही उन्हें घुटन और गर्मी का सामना करना पड़ा, लेकिन पीछे नहीं हटे। एक-एक कर सभी लोगों को उठाकर नीचे लाया गया।
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नीचे पुलिस और नागरिक सुरक्षा की टीम ने सुरक्षा घेरे में सब कुछ संभाला। पानी की धार से आग को काबू में लाने की कोशिश जारी रही। करीब एक घंटे बाद आग थमी और कालोनी के लोगों की बेचैनी भी।
प्रत्यक्षदशियों का कहना था कि अगर फायर टीम देर से पहुंचती, तो बड़ी त्रासदी हो सकती थी। लेकिन साहस और योजनाबद्ध कार्रवाई ने उन्हें फिर से जीवन दिया।
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