'गुड बाय इन माय लाइफ....' लिख फंदे पर लटकी युवती, प्रेमी से हुआ था झगड़ा; पुलिस ने बचाई जान
गोरखपुर के बेलघाट में एक छात्रा ने प्रेमी से झगड़े के बाद इंस्टाग्राम पर आत्महत्या की पोस्ट डाली। मेटा से अलर्ट मिलने पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए छात्रा की जान बचाई। छात्रा ने भविष्य में ऐसी गलती न करने का भरोसा दिलाया। पुलिस के अनुसार प्रेमी के बात न करने से वह आहत थी। मेटा कंपनी यूपी पुलिस को आत्महत्या से जुड़ी पोस्ट पर अलर्ट भेजती है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। प्रेमी से झगड़ा होने पर बेलघाट क्षेत्र की रहने वाली छात्रा ने सोमवार की देर रात इंस्टाग्राम पर आत्महत्या की पोस्ट डाल कर जान देने का प्रयास किया। मेटा कंपनी से अलर्ट मिलने के बाद डीजीपी कार्यालय सक्रिय हुआ।
लखनऊ से लेकर गोरखपुर तक भागदौड़ मच गई। 19 मिनट के भीतर छात्रा का लोकेशन ट्रेस कर बेलघाट पुलिस उसके घर पहुंची और जान बचा ली। उपचार कराने के बाद घर लौटी छात्रा ने गलती के लिए माफी मांगते हुए भविष्य में ऐसी गलती न करने की भरोसा दिया।
बेलघाट क्षेत्र की रहने वाली कक्षा 12 की छात्रा का दो दिन पहले प्रेमी से विवाद हो गया जिसके बाद उसने बातचीत बंद कर दी। सोमवार की रात में कई बार फोन करने पर प्रेमी ने काल रिसीव नहीं किया इससे आहत होकर छात्रा ने गुड बाय इन माय लाइफ लिखते हुए फांसी के फंदे की तस्वीर इंस्टाग्राम पर पोस्ट की।
यह पोस्ट रात 12:48 बजे मेटा कंपनी को अलर्टिंग सिस्टम से ट्रिगर हुई तो इसकी जानकारी ई-मेल के माध्यम से लखनऊ पुलिस मुख्यालय को भेजी। मामले की जानकारी होने पर डीजीपी राजीव कृष्ण ने जिले की पुलिस को तुरंत मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए।
इंस्टाग्राम पोस्ट की लोकेशन ट्रेस कर बेलघाट थाने की पुलिस 19 मिनट के भीतर छात्रा पहुंच गई।घरवालों से जानकारी लेकर पुलिस कमरे तक पहुंची, जहां छात्रा ने दुपट्टे से फांसी का फंदा बनाया था। समय रहते पुलिस ने फंदा खोलकर उसे नीचे उतारा और उपचार कराया।
पूछताछ में छात्रा ने बताया कि कुछ दिन पहले उसका प्रेमी उससे बात करना बंद कर चुका है, जिससे वह मानसिक रूप से बेहद परेशान थी। आवेश में आकर उसने यह कदम उठाया। एसपी दक्षिणी जितेंद्र कुमार ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने छात्रा की काउंसलिंग की और उसके परिजनों को समझाया।
यूपी पुलिस को मेटा देता है जानकारी :
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर आत्महत्या से जुड़ी पोस्ट पर मेटा कंपनी यूपी पुलिस को सीधे ई-मेल और कॉल से अलर्ट करती है। एक जनवरी 2023 से 25 जुलाई 2025 तक ऐसे 1181 मामलों में यूपी पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर जानें बचाई हैं।

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