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    UP Roadways: गोरखपुर से द‍िल्‍ली, लखनऊ व वाराणसी के ल‍िए नहीं म‍िल रहीं बसें, एसी बसों में नवंबर तक नो रूम

    By Pradeep SrivastavaEdited By:
    Updated: Tue, 23 Nov 2021 02:57 PM (IST)

    UP Roadways गोरखपुर में बस स्टेशनों पर रोडवेज की बसों का टोटा है। लोकल ही नहीं लंबी दूरी की रूटों की भी बसें नहीं मिल रहीं। वातानुकूलित जनरथ और शताब्द ...और पढ़ें

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    गोरखपुर से बाहर जाने के ल‍िए रोडवेज की बसों का टोटा हो गया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Gorakhpur to Delhi bus service: त्योहारों में घर आए पूर्वांचल और बिहार के यात्रियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। ट्रेनों में कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा। स्टेशनों पर रोडवेज की बसों का टोटा है। छठ बाद भीड़ बढ़ी तो बसें ही कम पड़ गई हैं। लोकल (देवरिया, तमकुही, पडरौना, महराजगंज, ठूठीबार और सोनौली आदि) ही नहीं लंबी दूरी की रूटों (वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर और दिल्ली आदि) की भी बसें नहीं मिल रहीं। वातानुकूलित जनरथ और शताब्दी बसें भी नहीं दिख रही हैं। सभी सीटें पहले ही आनलाइन बुक हो चुकी हैं। नवंबर तक यत्रियों को टिकट नहीं मिल रहा। नो रूम (टिकटों की बुकिंग बंद की स्थिति) बनी हुई है।

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    स्‍टेशन पर‍िसर में नहीं हैं बसें

    मंगलवार को भी गोरखपुर और कचहरी बस स्टेशन पर यात्री परेशान रहे। स्टेशन परिसर खाली था। जो बसें आ रही थीं, वह खड़ी होते ही फुल हो जा रही थीं। महिला, बुजुर्ग और मरीजों की परेशानी बढ़ गई थी। रात के समय ठंड बढ़ी तो परेशानी और बढ़ गई। खुले आसमान के नीचे यात्री बसों का इंतजार करने को मजबूर थे।

    पहले से ही बुक हो गई हैं एसी बसों की सभी सीटें, नवंबर तक नो रूम, यात्रियों को नहीं मिल रहा टिकट

    परिवार के साथ सड़क पर खड़े महराजगंज के सुबोध कुमार को दिल्ली जाना था। उन्हें बस नहीं मिल रही थी। पूछने पर बताया कि एसी बसें भी नहीं दिख रही हैं। लखनऊ के लिए दो बसें रवाना हुई हैं, लेकिन उनमें सीटें खाली नहीं थी। एसी बसों की सीटें पहले ही बुक हो गई हैं। अब साधारण भी नहीं मिल रही। लखनऊ जाने के लिए राम प्रवेश, चंद्र प्रकाश, राधेश्याम और गजानंद आदि दर्जनों यात्री स्टेशन परिसर में भटक रहे थे।

    यात्रियों की संख्या बढ़ी है। बसें भी पर्याप्त हैं। एसी बसों की संख्या बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। प्रयास किया जा रहा है कि यात्रियों को परेशानी न हो। - पीके तिवारी, क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन निगम।