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    सहजनवा-दोहरीघाट रेल परियोजना के लिए 51 हेक्टेयर भूमि अधिगृहीत, खास निर्देश के बाद विकास को मिलेगी गति

    Updated: Wed, 05 Nov 2025 12:39 PM (IST)

    गोरखपुर में सहजनवा-दोहरीघाट रेल परियोजना को गति देने के लिए समीक्षा बैठक हुई। 343 हेक्टेयर में से 51 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। सीआरओ ने रजिस्ट्री जल्द पूरी करने के निर्देश दिए ताकि निर्माण में बाधा न आए। यह परियोजना व्यापार, उद्योग और रोजगार के अवसर प्रदान करेगी और गोरखपुर से मऊ के बीच रेल संपर्क को बेहतर करेगी। परियोजना को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है।

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    जागरण संवाददाता, गाेरखपुर। पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण सहजनवा-दोहरीघाट नई रेल लाइन परियोजना को गति देने के लिए मंगलवार को मुख्य राजस्व अधिकारी (सीआरओ) हिमांशु वर्मा ने संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में रेलवे, लोक निर्माण विभाग (लोनिवि), विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्होंने भूमि अधिग्रहण की प्रगति जांचने के साथ ही जल्द अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया। जिले में कुल 343 हेक्टेयर भूमि अधिगृहीत की जानी है। अब तक 51 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो चुका है जबकि 292 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण बाकी है।

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    बैठक में भूमि अधिग्रहण से जुड़े लंबित प्रकरणों पर विस्तार से चर्चा करते हुए सीआरओ ने निर्देश दिया कि शेष बचे सभी भू-स्वामियों की रजिस्ट्री प्राथमिकता के आधार पर जल्द पूरी की जाए, ताकि परियोजना के निर्माण कार्य में किसी प्रकार का अवरोध न उत्पन्न हो। उन्होंने कहा कि परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पारदर्शी एवं त्वरित गति से पूरी की जाए और रजिस्ट्री में आ रही तकनीकी या दस्तावेजी अड़चनों को तत्काल दूर किया जाए।

    सीआरओ ने कहा कि सहजनवा-दोहरीघाट रेल लाइन परियोजना क्षेत्रीय परिवहन को सुगम बनाने के साथ ही व्यापार, उद्योग और रोजगार के अवसरों को नई दिशा देगी। इसके पूरा होने से गोरखपुर से मऊ के बीच रेल संपर्क बेहतर होगा और वाराणसी तक की दूरी लगभग 30 किमी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना गोरखपुर क्षेत्र के विकास की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगी।

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    उन्होंने रेलवे और लोनिवि के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ साझा कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए ताकि भूमि अधिग्रहण, सर्वेक्षण और निर्माण की सभी गतिविधियां निर्धारित समयसीमा में पूरी की जा सकें। सीआरओ ने सभी अधिकारियों को नियमित रूप से प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने और किसी भी समस्या की तत्काल जानकारी देने के लिए कहा।

    करीब 1320 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह रेल लाइन करीब 81 किलोमीटर लंबी होगी। परियोजना के तहत कुल 12 नए स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिनमें सहजनवा, उरुवा बाजार, बार्हापार, दुबौली और दोहरीघाट प्रमुख हैं। वर्ष 2027 तक परियोजना को पूर्ण करने का लक्ष्य है।

    रेल अधिकारियों ने बताया कि इस लाइन के शुरू होने से न केवल सहजनवा और दोहरीघाट के बीच आवागमन आसान होगा, बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को भी रेलवे नेटवर्क से जोड़ा जा सकेगा। बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों ने परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए मिलजुलकर कार्य करने का संकल्प लिया। सीआरओ ने विश्वास व्यक्त किया कि सभी विभागों के सहयोग से यह परियोजना निर्धारित समय से पहले ही पूरी हो जाएगी।