Scholarships Update: 28 नवंबर को खातों में पहुंचेगी छात्रवृत्ति, आज आवेदन का आखिरी दिन
गोरखपुर में, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव ने छात्रवृत्ति वितरण की समीक्षा की और पारदर्शिता पर जोर दिया। उन्होंने 31 अक्टूबर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन जमा करने और 28 नवंबर 2025 को छात्रवृत्ति वितरण का निर्देश दिया। डेटा फीडिंग में लापरवाही पर चेतावनी दी गई। माध्यमिक शिक्षा परिषद से संबद्ध विद्यालयों को डेटा अपलोड करने का निर्देश दिया गया। सरकार शिक्षा के अधिकारों के प्रति संवेदनशील है।

छात्रवृत्ति आवेदनों में लापरवाही पर पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव ने जताई नाराजगी
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा ने गुरुवार को एनेक्सी भवन सभागार में विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए छात्रवृत्ति वितरण की स्थिति, आनलाइन आवेदन, वेरिफिकेशन एवं भुगतान की प्रगति जांची।
समीक्षा में विद्यार्थियों द्वारा किए गए आवेदनों एवं हार्ड कापी जमा करने के सापेक्ष विभाग द्वारा अग्रसारित आवेदनों की संख्या बहुत कम मिलने पर प्रमुख सचिव ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति वितरण का कार्य पूर्ण पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ किया जाए।
राज्य सरकार की मंशा है कि कोई भी पात्र छात्र छात्रवृत्ति से वंचित न रहे। प्रमुख सचिव ने कहा कि सभी विद्यालयों और महाविद्यालयों के प्राचार्य यह सुनिश्चित करें कि पात्र छात्र-छात्राएं 31 अक्टूबर 2025 तक अपने आनलाइन आवेदन अवश्य जमा कर दें।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन छात्रों के आवेदन सही पाए जाएंगे, उनके खातों में 28 नवंबर 2025 को छात्रवृत्ति की धनराशि सीधे आनलाइन ट्रांसफर कर दी जाएगी। इस दौरान प्रमुख सचिव ने चेतावनी भी दी कि डेटा फीडिंग या वेरिफिकेशन में लापरवाही बरतने वाले विद्यालय या कालेजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में गोरखपुर जनपद की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। रिपोर्ट के अनुसार, माध्यमिक शिक्षा परिषद से संबद्ध 514 विद्यालयों में से 385 विद्यालयों ने अब तक छात्रवृत्ति का डेटा अपलोड कर दिया है। इन विद्यालयों के माध्यम से लगभग 29,000 छात्र-छात्राओं ने आनलाइन आवेदन किया है, जिनमें से अधिकांश का वेरिफिकेशन कार्य पूरा हो चुका है। प्रमुख सचिव ने शेष विद्यालयों को शीघ्रता से डेटा अपलोड करने का निर्देश दिया ताकि कोई भी पात्र छात्र आवेदन की अंतिम तिथि से पहले वंचित न रहे।
उन्होंने बताया कि मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखनाथ विश्वविद्यालय और आयुष विश्वविद्यालय सहित इनके अधीनस्थ 159 कालेजों के छात्र-छात्राओं को भी योजना का लाभ मिलेगा। समय से आवेदन करने वाले छात्रों को नियमानुसार राशि उनके बैंक खातों में भेजी जाएगी।
प्रमुख सचिव ने कहा कि राज्य सरकार पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों की शिक्षा के अधिकारों को लेकर बेहद संवेदनशील है। बैठक में डीएम दीपक मीणा ने बताया कि छात्रवृत्ति आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह आनलाइन एवं पारदर्शी बनाया गया है। विद्यालयों और कालेजों में हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं ताकि किसी भी छात्र को तकनीकी परेशानी न हो। मुख्य विकास अधिकारी शाश्वत त्रिपुरारी ने बताया कि विकासखंड स्तर पर मानिटरिंग सेल गठित किए गए हैं, जो नियमित रिपोर्ट जिला प्रशासन को दे रहे हैं।
इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक अमरकांत सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी बीएन सिंह और जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी श्रद्धा मिश्रा ने बताया कि छात्रवृत्ति फार्म भरने और वेरिफिकेशन प्रक्रिया को लेकर विद्यालयों को विस्तृत दिशा-निर्देश भेजे गए हैं। बैठक में जिले के सभी प्रधानाचार्य, महाविद्यालयों के प्राचार्य और विश्वविद्यालय प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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