गोरखपुर में आंबेडकर चौराहे से शास्त्री चौक तक 18 मीटर चौड़ी होगी सड़क, जाम से मिलेगी मुक्ति
गोरखपुर में छात्रसंघ चौराहे से शास्त्री चौक तक सड़क को स्मार्ट रोड के रूप में विकसित करने की तैयारी चल रही है। नगर निगम की इस परियोजना में सड़क की चौड़ाई 18 मीटर होगी। चौड़ाई कम करने का उद्देश्य निर्माणों को अधिग्रहण से बचाना है। सड़क पर नाले, फुटपाथ, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। इसका उद्देश्य यातायात को सुगम बनाना है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम (अर्बन) फेज-2 के तहत शहर के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक छात्रसंघ चौराहे से शास्त्री चौक तक की सड़क को स्मार्ट रोड के रूप में विकसित करने की तैयारी तेज हो गई है। यह परियोजना नगर निगम की एक महत्त्वपूर्ण पहल है, जिसके माध्यम से शहर की मुख्य सड़कों को आधुनिक, सुरक्षित और आकर्षक स्वरूप देने का लक्ष्य रखा गया है।
परियोजना के तहत इस मार्ग का आरओडब्ल्यू (राइट आफ वे) 24 मीटर निर्धारित किया गया है। हालांकि, आंबेडकर चौक से शास्त्री चौक के बीच यह चौड़ाई घटाकर 17 से 18 मीटर रखी जाएगी। नगर निगम ने इस संबंध में संबंधित विभागों को आवश्यक पत्र भेजना शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि चौड़ाई घटाने का निर्णय प्रमुख स्थायी निर्माणों को अधिग्रहण से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है।
इस निर्णय से जहां प्रेस क्लब की इमारत को तोड़ने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, वहीं सहकारी बैंक की चहारदीवारी को हटाया जाएगा। इसी प्रकार सड़क के दूसरी ओर स्थित सेंट एंड्रयूज कालेज की चहारदीवारी का भी कुछ हिस्सा तोड़ा जाएगा। नगर निगम के अनुसार, चौड़ाई में कमी से अधिग्रहण की जटिलताएं कम होंगी, लेकिन इससे आगे चलकर बाटलनेक (संकरी जगह) बनने की संभावना भी बनी रहेगी।
वहीं, छात्रसंघ चौराहा (स्वामी विवेकानंद चौक) से आंबेडकर चौक तक सड़क का आरओडब्ल्यू यथावत 24 मीटर रहेगा। इस हिस्से में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति आवास की ग्रीन बेल्ट हटाई जाएगी। इसके साथ ही नगर निगम की कुछ दुकानें तोड़ी जाएंगी ताकि सड़क का चौड़ीकरण सुचारु रूप से पूरा हो सके।
सड़क की दूसरी ओर स्थित कमिश्नर कार्यालय, विकास भवन, सार्वजनिक शौचालय और पीएनबी बैंक का एटीएम भी परियोजना से आंशिक रूप से प्रभावित होंगे। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि इन हिस्सों में सड़क के दोनों किनारों पर नाले और डक्ट बनाए जाएंगे, जिनमें से होकर बिजली के तारों को भूमिगत (अंडरग्राउंड) किया जाएगा।
इसी तरह परियोजना के तहत नालों के ऊपर फुटपाथ तैयार किए जाएंगे ताकि पैदल यात्रियों को सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सके। स्मार्ट रोड निर्माण में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, सड़क किनारे ग्रीन बेल्ट, और एलईडी लाइटों से युक्त स्ट्रीट लाइट व्यवस्था भी शामिल होगी।
नगर निगम के अनुसार इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य शहर की प्रमुख सड़कों को आधुनिक स्वरूप देना, यातायात की सुगमता बढ़ाना और सुंदरीकरण को प्रोत्साहित करना है। निर्माण कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा ताकि यातायात पर न्यूनतम प्रभाव पड़े। शहर के अन्य प्रमुख मार्गों को भी इस योजना के अगले चरण में स्मार्ट रोड के रूप में विकसित करने की तैयारी चल रही है।

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