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    मुश्किल में सफर: गोरखधाम आठ घंटे देर से पहुंची, एलटीटी एक्सप्रेस पांच घंटे लेट रवाना

    Updated: Sat, 06 Dec 2025 10:55 AM (IST)

    रेल यात्रियों के लिए यात्रा करना मुश्किल हो गया है। गोरखधाम एक्सप्रेस आठ घंटे और एलटीटी एक्सप्रेस पांच घंटे देरी से रवाना हुई। यात्रियों को स्टेशन पर ...और पढ़ें

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    रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नं नौ़ पर गोरखधाम एक्सप्रेस में बैठनें के लिए लगी यात्रियों की लाइन। पंकज श्रीवास्तव

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बठिंडा-नई दिल्ली-गोरखपुर 12556 नंबर की गोरखधाम एक्सप्रेस शुक्रवार को भी आठ घंटे देर से गोरखपुर पहुंची। गोरखपुर के रास्ते आजमगढ़ से लोकमान्य तिलक टर्मिनस जाने वाली 20104 एलटीटी एक्सप्रेस भी पांच घंटे लेट हो गई। यह दोनों ट्रेनों लगातार विलंब से चल रही हैं। एलटीटी एक्सप्रेस पकड़ने के लिए यात्रियों को गोरखपुर जंक्शन पर रात गुजारनी पड़ रही। एलटीटी एक्सप्रेस जब से आजमगढ़ से चल रही है, तब से विलंबित हो रही है। यात्रियों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है।

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    ठंड में ट्रेनों की लेटलतीफी भी बढ़ती जा रही है। दिल्ली-लखनऊ-गोरखपुर-मुजफ्फरपुर रूट पर ट्रेनें लगातार विलंब से चल रही हैं। 19038 नंबर की अवध एक्सप्रेस भी पांच घंटे की देरी से चल रही थी। गोरखपुर जंक्शन पर यात्री ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। इसके अलावा स्पेशल ट्रेनें भी विलंबित हुईं। जानकारों का कहना है कि कोहरा पड़ने के साथ ट्रेनों का विलंबन और बढ़ेगा।

    रेलवे प्रशासन ने कोहरा में वैसे भी ट्रेनों की गति नियंत्रित कर दिया है। कोहरा पड़ने पर फाग सेफ डिवाइस लगी ट्रेनें अधिकतम 75 किमी प्रति घंटे तथा बिना फाग सेफ डिवाइस लगी ट्रेनें अधिकतम 60 किमी प्रति घंटे की गति से संचालित होंगी। घना कोहरा होने पर ट्रेनों की रफ्तार और धीमी पड़ जाएगी।

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    यात्रियों की यह परेशानी फरवरी तक रहेगी। रेलवे प्रशासन ने कोहरा और खराब मौसम का हवाला देते हुए पहले से ही 15 फरवरी तक 24 ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। 26 ट्रेनों के फेरे कम कर दिए हैं। एक तो ट्रेनों का निरस्तीकरण और ऊपर से विलंबन कोढ़ में खाज का कार्य कर रहा है। समय पालन पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।