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    Gorakhpur News: ‘विकसित यूपी विजन-2047’ पर होगी कार्यशाला, मुख्यमंत्री योगी करेंगे उद्धाटन

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 10:49 PM (IST)

    गोरखपुर में 21 सितंबर को विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश-2047 पर एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। इस कार्यशाला में प्रदेश को 2047 तक विकसित बनाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार डा. केवी राजू विषय विशेषज्ञ होंगे। कार्यशाला में कई क्षेत्रों के विशेषज्ञ और गणमान्य व्यक्ति भाग लेंगे।

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    ‘विकसित यूपी विजन-2047’ पर होगी कार्यशाला, मुख्यमंत्री करेंगे उद्धाटन

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। उत्तर प्रदेश को 2047 तक विकसित प्रदेश बनाने के विजन को साकार करने के लिए महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने विशेष पहल की है। शिक्षा परिषद 21 सितंबर को ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ पर एक कार्यशाला का आयोजन करने जा रहा है।

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    यह आयोजन महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में होगा। कार्यशाला का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। विशेष सत्र में विषय विशेषज्ञ के रूप में मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार डा. केवी राजू मौजूद रहेंगे।

    विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. प्रदीप कुमार राव ने बताया कि कार्यशाला की अध्यक्षता कुलपति डा. सुरिंदर सिंह करेंगे। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में उद्घाटन सत्र के बाद डेढ़ घंटे के विशेष सत्र में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं के संस्थाध्यक्ष, शिक्षक, सूचीबद्ध प्रतिनिधि विद्यार्थियों के साथ ही महानगर के प्रबुद्धजन, शिक्षक, चिकित्सक, अधिवक्ता, आर्किटेक्ट, इंजीनियर, उद्योगपति आदि सम्मिलित होंगे।

    यह कार्यशाला प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लक्ष्यों को हासिल करने का व्यावहारिक वैचारिक मंथन है। कुलपति डा. सुरिंदर का कहना है कि विकसित यूपी-2047 के विजन को साकार करने के लिए हर व्यक्ति, हर संस्था को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। विश्वविद्यालय में कार्यशाला का आयोजन इसी जिम्मेदारी का संवेदनशील अ्रहसास है।

    मुख्यमंत्री के ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ का लक्ष्य प्रदेश को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना ही नहीं है बल्कि 25 करोड़ प्रदेशवासियों की आकांक्षाओं को साकार करना भी है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है।

    इसमें तीन मिशन, तीन थीम और 12 सेक्टर की रूपरेखा तय की गई है। इसका लक्ष्य राज्य की विकास आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ ही इसे आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से नई ऊंचाइयों पर ले जाना है।

    जिन 12 सेक्टर को फोकस किया गया है, उनमें कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास, आइटी एवं इमर्जिंग टेक्नोलाजी, पर्यटन एवं संस्कृति, नगर एवं ग्राम्य विकास, अवस्थापना, संतुलित विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य क्षेत्र, शिक्षा क्षेत्र और सुरक्षा एवं सुशासन शामिल हैं।