हमीरपुर के पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष लापता, हाईकोर्ट ने पुलिस को दिए सोमवार तक खोजने के निर्देश
हमीरपुर के पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष प्रीतम सिंह किसान लापता हो गए हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में पुलिस को तेजी लाने के निर्देश दिए हैं और सोमवार तक उन्हें ढूंढकर पेश करने का आदेश दिया है। उनके लापता होने से क्षेत्र में सनसनी है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

घर के अंदर पूर्व जिलाध्यक्ष के होने की आशंका पर ताला काटते पुलिस कर्मी। जागरण
संवाद सहयोगी, जागरण, राठ(हमीरपुर)। पेट्रोल पंप में हुए विवाद के बाद पुलिस हिरासत में लाए गए भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के लापता होने के बाद उनके भाई द्वारा हाईकोर्ट में डाली याचिका पर कोर्ट ने पुलिस को सोमवार तक पूर्व जिलाध्यक्ष की तलाश कर कोर्ट में प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। वहीं शुक्रवार की देरशाम हमीरपुर रोड स्थित भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रीतम सिंह किसान के आवास पर देर शाम पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के पहुंचने और उनके आवास के अंदर जांच पड़ताल कर पूर्व जिलाध्यक्ष को खोजने की खबर से कस्बे मे खलबली मच गई।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष और हमीरपुर से भाजपा की लोकसभा का चुनाव लड़े प्रीतम सिंह किसान के भाई अधिवक्ता वीर सिंह राजपूत ने बताया कि उनके भाई के हमीरपुर रोड स्थित पेट्रोल पंप पर धनतेरस के दिन कुछ लोगो का स्टाफ के साथ विवाद हो गया था। जिसके बाद उनके भाई प्रीतम सिंह बीच बचाव करने आए थे। सूचना पर पहुंची उनके भाई प्रीतम सिंह किसान, पेट्रोल पंप पर लगे डीवीआर और प्रीतम सिंह किसान की लाइसेंसी रायफल को लेकर राठ पुलिस कोतवाली ले गए और तब से अपनी ही कस्टडी में रखे हैं।
इस मामले को लेकर प्रीतम सिंह किसान के बेटे राघवेंद्र सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर हाईकोर्ट के जस्टिस जेजे मुनीर की डबल बेंच ने संज्ञान लेते हुए हमीरपुर पुलिस को प्रीतम सिंह किसान को सोमवार को कोर्ट में हाजिर करने के निर्देश दिए हैं। वहीं इस आदेश के बाद हमीरपुर जनपद के पुलिस महकमे में खलबली मच गई और कई थाने की पुलिस, स्थानीय पुलिस के साथ प्रीतम सिंह किसान के हमीरपुर रोड स्थित पेट्रोल पंप के बगल में बने आवास पर पहुंच गई और उनके आवास को छावनी बना दिया।
उनके आवास के एक कमरे में लगे ताले को खुलवाने के लिए पुलिस ने मजिस्ट्रेट से मदद ली और पुलिस ने ताला तोड़कर उस कमरे की भी गहनता से छान बीन की लेकिन प्रीतम सिंह किसान नहीं मिले। दूसरी तरफ प्रीतम सिंह किसान के भाई पुलिस पर तमाम आरोप लगाए हैं। इस संबंध में सीओ राठ राजीव प्रताप ने बताया कि पुलिस साक्ष्य संकलन के लिए पूर्व जिलाध्यक्ष के आवास पर गई हुई थी।

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