खाकी हुई बदनाम, मारपीट मामले में समझौते के लिए हेड कांस्टेबल ने मांगी रिश्वत, निलंबित
सुमेरपुर थाना क्षेत्र के सुरौली चौकी में तैनात हेड कांस्टेबल राजेश कुमार पर मारपीट के मामले में समझौता कराने के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया और मामले की जांच के आदेश दिए।

संवाद सहयोगी, जागरण, सुमेरपुर(हमीरपुर)। एक बार फिर खाकी पर दाग लगे हैं। पुलिस कांस्टेबल पर रिश्वत का आरोप लगा है। आडियो लीक होन के बाद उसे निलंबित कर दिया गया।
एक पुलिस चौकी में तैनात एक हेड कांस्टेबल (दीवान) का मारपीट के मामले में समझौता कराने के नाम पर रुपये मांगने का आडियो प्रचलित होने के बाद पुलिस अधीक्षक डा. दीक्षा शर्मा ने उसे निलंबित करते हुए सीओ सदर राजेश कमल को जांच के निर्देश दिए हैं।
रुपये मांगने का मामला सुमेरपुर थानाक्षेत्र के सुरौली बुजुर्ग पुलिस चौकी में तैनात हेड कांस्टेबल राजेश कुमार का है। जिसमें वह मारपीट के मामले में राजीनामा कराने के नाम पर एक ग्रामीण से फोन फोन पर 20 हजार रुपये की मांग की थी।
पीड़ित ने बातचीत के दौरान पांच हजार रुपये देने की बात भी कही लेकिन दीवान ने कहा कि इतने से काम नहीं बनेगा, बीस के नीचे बात नहीं बनेगी। जिसका बात रिकार्ड करके पीड़ित ने इंटरनेट मीडिया में प्रचलित कर दिया। मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने आरोपित हेड कांस्टेबल राजेश कुमार को निलंबित करते हुए जांच के सीओ सदर राजेश कमल को निर्देश दिए हैं। इस कार्रवाई से पुलिस विभाग सनसनी मची हुई है।
पहले भी आए सामने भ्रष्टाचार के मामले
सात अगस्त को हमीरपुर में बांदा के एंटी करप्शन टीम ने सहायक चकबंदी अधिकारी के पेशकार प्रमोद यादव को रंगे हाथों दबोचा था। बाद में उसे निलंबित कर दिया गया। उसे सदर कोतवाली के एसपी कार्यालय के सामने स्थित पेट्रोल पंप के सामने बीच सड़क दाखिल खारिज के नाम पर पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया था। वहीं, सदर तहसील में राजस्व विभाग के लेखपाल घनश्याम कमल को भी रिश्वत लेते पकड़ा गया था। टिकरौली गांव की महिलाओं से जमीन की नापजोख के लिए पांच-पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कार्रवाई हुई और उसे निलंबित कर दिया गया था।
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