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    सावधान! लुभावने लालच में फंसे तो खाली हो जाएगा आपका बैंक खाता, जालसाजों से ऐसे बचें

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 05:27 PM (IST)

    हापुड़ में साइबर अपराध बढ़ रहा है जहां चीनी लोनिंग और गेमिंग एप के जरिए लोगों को ठगा जा रहा है। बलरामपुर में 120 करोड़ की ठगी का पर्दाफाश हुआ है। ये एप कम ब्याज पर लोन का वादा करते हैं और फिर ब्लैकमेल करते हैं। गेमिंग एप आसान जीत का लालच देते हैं। पुलिस ने लोगों को सावधान रहने और जागरूकता फैलाने की सलाह दी है।

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    साइबर अपराध की जड़ें तेजी से देशभर में फैल रही।

    केशव त्यागी, हापुड़। साइबर अपराध की जड़ें तेजी से देशभर में फैल रही हैं। इन दिनों साइबर ठग लुभावने लालच में फंसा कर चाइनीज लोनिंग एप, गेमिंग व बेटिंग एप के जरिए ठगी कर रहे हैं। हाल ही में बलराम जिले में 120 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है। जिसको लेकर जिला पुलिस ने सावधानी बरतने की अपील करते हुए गाइडलाइन जारी की है।

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    बलरामपुर जिले में ऐसे साइबर अपराधियों के नेटवर्क का पर्दाफाश किया, जिसने चाइनीज लोनिंग एप, गेमिंग और बेटिंग एप के जरिए लोगों से करीब 120 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की है। ठगी के रुपये क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से पाकिस्तान और नेपाल जैसे देशों में ट्रांसफर किए जा रहे था। जिले में भी ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं, जहां आसान कमाई का लालच देकर लोग अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं।

    चाइनीज लोनिंग एप का जाल

    यह एप जिनमें उधार लोन, क्विक लोन या सुपर पे शामिल हैं, कम ब्याज पर तुरंत लोन देने का वादा करते हैं। आवेदन करते ही अपराधी आपके फोन की गैलरी, कांटेक्ट और बैंक डिटेल्स तक पूछ लेते हैं। अगर आप लोन चुकाने में देरी करते हैं, तो यह ब्लैकमेल शुरू कर देते हैं। आपत्तिजनक फोटो व वीडियो बनाकर स्वजन को भेजने की धमकी देते हैं। जिले में अगस्त माह में एक व्यक्ति से ऐसे ही दो लाख रुपये से अधिक की ठगी की गई।

    गेमिंग व बेटिंग एप का लालच

    इन एप में डानी डाटा, एविएटर या तीन पत्ती प्रमुख हैं। एप के जरिए आसान जीत का सपना लोगों को दिखाया जाता है। शुरुआत में छोटी रकम जीतकर आरोपित भरोसा बनाते हैं। फिर बड़े दांव लगाने पर सब कुछ हार में बदल देते हैं। यह एप क्रिप्टो में रुपये कन्वर्ट कर विदेश भेजते हैं। लरामपुर जिले में 85 फर्जी बैंक खातों से 24 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ, जो पाकिस्तान गया। गिरोह से जुड़े ठग स्थानीय लोगों को कमीशन देकर उनके नाम पर बैंक अकाउंट खुलवाते हैं। फिर डेबिट कार्ड और सिम कार्ड लेकर रुपये निकालते हैं।

    बचाव के तरीके

    - कोई भी एप डाउनलोड करने से पहले चेक करें।

    - केवल गूगल प्ले स्टोर या एप्पल एप स्टोर से एप डाउनलोड करें।

    - अनजान लिंक्स या ए.पी.के. फाइल से दूर रहें।

    - आरबीआई की वेबसाइट पर फेक लोन एप की लिस्ट चेक करें।

    - निजी जानकारी किसी से साझा न करें।

    - लोन या गेमिंग एप को कांटैक्ट, गैलरी या बैंक डिटेल्स की परमिशन न दें।

    - अगर कोई ब्लैकमेल करे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।

    - तुरंत लोन या आसान जीत के लुभावने वादों पर भरोसा न करें।

    - बैंक स्टेटमेंट नियमित देखें। क्रिप्टो ट्रांसफर से दूर रहें।

    बोले जिम्मेदार

    ठगी से बचने के लिए जागरूक व जागरूकता फैलाना आवश्यक है। अगर, आप भी ऐसे जाल में फंसे हैं, तो शिकायत में देर न करें। पुलिस कार्रवाई करेगी। - ज्ञानंजय सिंह, एसपी

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