Hapur News: रेड अलर्ट से नीचे पहुंचा गंगा का जलस्तर, राहत के आसार; बिजनौर बैराज से पानी छोड़ने से बढ़ी आशंका
गढ़मुक्तेश्वर में गंगा के जलस्तर में गिरावट आने से बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत की उम्मीद जगी है। जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चला गया है लेकिन बिजनौर बैराज से पानी छोड़े जाने से वृद्धि की आशंका है। बाढ़ के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है क्योंकि उनकी फसलें नष्ट हो गई हैं और चारे की कमी हो गई है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर। पिछले दो दिनों में गंगा के जलस्तर में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। इससे बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत के आसार नजर आ रहे हैं। गंगा का जलस्तर भी रेड अलर्ट बिंदू 199.00 से नीचे पहुंच गया है। हालाकि बिजनौर बैराज से 92 हजार 492 क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है, जिससे गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने की भी संभावना है।
गढ़मुक्तेश्वर गंगा के खादर क्षेत्र में बसे नयागांव इनायतपुर, गड़ावली, आलमपुर भगवंतपुर, बागड़पुर, कुदैनी की मंढैया, रामपुर न्यामतपुर, शाकरपुर, लठीरा गढ़ खादर, गंगा नगर टापू, नया गांव इनायतपुर, अब्दुल्लापुर, चक लठीरा, नया बांस आदि गांवो एवं जंगलों में बाढ़ से हुए जलभराव के बाद लोगों का बुरा हाल है।
पिछले एक माह में गंगा के जलस्तर में कई बार उतार चढ़ाव देखा गया। इस वर्ष गंगा का जलस्तर खतरा बिंदू 199.33 को पार करके नौ अगस्त को 199.57 सेंटीमीटर तक पहुंच गया था।इसके बाद गंगा के जलस्तर में गिरावट तो दर्ज की गई, लेकिन वह अलग अलग तीन बार में पांच दिनों को छोड़ रेड अलर्ट बिंदू 199.00 से ऊपर ही रहा।
चार दिन पूर्व गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई तो वह 198.80 से ऊपर चढ़कर 199.17 सेंटीमीटर तक पहुंच गया था, जिसके बाद बाढ़ प्रभावित गांवों में दहशत पनप गई थी। इस बीच पिछले तीन दिनों से बिजनौर बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद भी गंगा के जलस्तर में गिरावट आ रही है।
रविवार को गंगा का जलस्तर 198.87 पर पहुंच गया है। इससे खादर में बसे लोगों में काफी राहत देखी जा रही है। हालाकि बाढ़ के कारण हजारों बीघा फसल नष्ट हो चुकी है। इससे किसानों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। वह पशुओं का पेट पालने के लिए चारे तक को तरस रहे हैं। कड़ी मेहनत करके करीब दस से 15 किलोमीटर दूर चारे की व्यवस्था करके ला रहे हैं।
गंगा नगर में रहने वाले लोगों ने बताया कि पिछले 24 घंटे में पानी का जलस्तर काफी कम हुआ है, जिससे गांव का 80 प्रतिशत हिस्सा जलभराव से मुक्त हो गया है। हालाकि कुछ हिस्से में अभी भी जलभराव की स्थिति बनी हुई हैं।
स्थिति सेंटीमीटर में
- यलो अलर्ट - 198.75
- रेड अलर्ट - 199.00
- खतरा बिंदू - 199.33
- बृहस्पतिवार को- 199.17
- रविवार को - 198.87
बोले अधिकारी
गंगा के जलस्तर में पिछले तीन दिनों से लगातार गिरावट आ रही है। बावजूद इसके प्रशासन द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है। रास्तों पर जलभराव को लेकर समस्या आ रही है। यदि राहत नहीं मिलती है तो नालों की भी सफाई कराने का प्रबंध किया जा रहा है। - श्रीराम यादव, एसडीएम
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