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    CM Yuva Udyami: सीएम युवा उद्यमी योजना का लाभ लेने में हो रही परेशानी? ये है बड़ी वजह, पढ़ें डिटेल

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 05:13 PM (IST)

    हरदोई में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत 5000 युवाओं ने आवेदन किया जिनमें से 1668 आवेदन बैंकों ने निरस्त कर दिए। युवाओं को बिना कारण बताए आवेदन निरस्त किए जाने से निराशा है। अधिकारी जांच और कार्रवाई का आश्वासन दे रहे हैं पर युवाओं को स्वरोजगार शुरू करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

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    मनमानी: बैंकों ने 1,668 युवा बेरोजगारों की उम्मीदों पर फेरा पानी

    जागरण संवाददाता, हरदोई। युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना संचालित की जा रही है। योजनांतर्गत स्वरोजगार करने वाले युवाओं को बिना गारंटी ऋण उपलब्ध कराने के निर्देश हैं, लेकिन बैंकों की मनमानी के चलते युवा बेरोजगारों की उम्मीदों पर पानी फिर रहा है।

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    छह माह में पांच हजार युवाओं ने स्वरोजगार के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है, जिसमें से बैंकों की ओर से 1,668 युवाओं के आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। 1652 से अधिक आवेदकों को आवेदनों की स्वीकृति का इंतजार है।

    मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजनांतर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 में पांच हजार युवाओं ने पांच लाख रुपये का ऋण लेकर स्वरोजगार शुरू करने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। आवेदक ऋण स्वीकृत कराने को लेकर बैंकों से संपर्क कर रहे हैं, लेकिन बैंकाें की मनमानी का खामियाजा युवा बेरोजगारों को भुगतना पड़ रहा है।

    ऋण स्वीकृत न होने पर उन्हें स्वरोजगार शुरू करने में मुश्किल आ रही है। बैंकों के आंकड़ों पर गौर करें तो 1700 आवेदकों के आवेदन स्वीकृत किए गए हैं और आवेदकों को ऋण दिया जा रहा है। बैंकों ने 1,668 आवेदन निरस्त किए गए हैं। आवेदन निरस्त करने का कारण भी युवा बेरोजगारों को नहीं बताया गया है। 1,652 आवेदक आवेदनों की स्वीकृति का इंतजार कर रहे हैं।

    उदाहरण एक: कोथावां के ग्राम झरोइया के नरेंद्र शुक्ला ने 10 मार्च को सीएम युवा उद्यमी के तहत पांच लाख रुपये बिना गारंटी लोन लेने के लिए आवेदन किया था। पंजाब नेशनल बैंक शाखा बेनीगंज द्वारा सात जुलाई को आवेदन निरस्त कर दिया गया।

    इस संबंध में बैंक के शाखा प्रबंधक द्वारा बताया गया कि आवेदक रजिस्ट्रेशन कराने के बाद नहीं आया। वहीं आवेदक का कहना है कि कई बार बैंक के चक्कर लगाए। शाखा प्रबंधक चाहे तो सीसीटीवी कैमरे में जांच करा सकते हैं।

    उदाहरण दो: कोथावां के प्रतापनगर चौराहा के अमित शुक्ला ने एक जुलाई 2025 को बैंक आफ इंडिया शुक्लापुर से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजनांतर्गत पांच लाख रुपये का बिना गारंटी लोन लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था।

    शाखा प्रबंधक से मिले और उनके बताए अनुसार अभिलेख भी जमा किए। चार सितंबर 25 को उनका आवेदन बिना बताए अस्वीकृत कर दिया गया। पीड़ित ने 10 सितंबर को दोबारा आवेदन किया है।

    मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत पांच हजार आवेदकों ने स्वरोजगार शुरू करने को लेकर ऑनलाइन आवेदन किया है। इन आवेदनों की जांच की जा रही है, जो आवेदन ठीक है, उन्हें ऋण दिया जा रहा है। स्वरोजगार शुरू करने वाले युवाओं की मदद की जा रही है। अगर कोई आवेदन गलत है, तभी उसे निरस्त किया जाता है। बिना बताए आवेदन निरस्त करने के संबंध में जानकारी की जाएगी और दोषी कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई होगी।

    -अरविंद रंजन, अग्रणी जिला प्रबंधक, बैंक ऑफ इंडिया

    बैंकों को आवेदन निरस्त करने से पहले आवेदक से जानकारी जरूर करनी चाहिए। आवेदक को बिना बताए आवेदन निरस्त करने का मामला गंभीर है। इस संबंध में जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा और लापरवाह शाखा प्रबंधकों के विरुद्ध कार्रवाई कराई जाएगी।

    -रामपाल वर्मा, विधायक