रिश्वतखोरी के आरोप में दारोगा और सिपाही निलंबित, गिरे मोबाइल को देने के एवज में मांग रहे थे रुपये
हरदोई में एक सिपाही और दारोगा को रिश्वतखोरी के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। सिपाही पर एक गिरे हुए मोबाइल को लौटाने के बदले पैसे मांगने का आरोप है। दारोगा को मामले की जानकारी होने के बावजूद कार्रवाई नहीं करने का दोषी पाया गया। पुलिस अधीक्षक ने जांच के बाद दोनों को निलंबित कर दिया।

जागरण संवाददाता, हरदोई। गिरे मोबाइल को देने के एवज में रुपये मांगना सिपाही और सब कुछ जानने के बाद भी चुप रहना दारोगा को भारी पड़ा। पुलिस अधीक्षक तक पहुंची शिकायत की जांच के बाद एसपी ने दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मंगलवार को भी तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।
सांडी निवासी युवक का मोबाइल गिर गया था। जोकि हरपालपुर के एक लड़के को मिला। सिपाही प्रतीक कुमार ने मोबाइल तलाश कर लड़के से ले लिया। पर जिसका मोबाइल था, उसे नहीं दिया और उससे रुपये मांगने लगा।
दारोगा विजय शुक्ला को भी इसकी जानकारी थी, लेकिन दारोगा ने सिपाही को न मना किया और न ही किसी अधिकारी को इसकी जानकारी दी। वहीं मारपीट के एक मामले में भी सिपाही ने रुपये लिए। एसपी अशोक कुमार मीणा तक पहुंचे इस मामले में उन्होंने सीओ हरपालपुर सतेंद्र कुमार से जांच कराकर दारोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया है।
जरसेनामऊ व सनझारा के सफाई कर्मी निलंबित
यूनीसेफ के द्वारा की गई मानीटरिंग में बिलग्राम व हरपालपुर की ग्राम पंचायतों में साफ सफाई न पाए जाने की आख्या पर डीपीआरओ ने संबंधित पंचायतों के सफाई कर्मियों को निलंबित कर दिया है।
डीपीआरओ विनय कुमार सिंह ने बताया कि बिलग्राम की ग्राम पंचायत जनसेनामऊ में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की मानिटरिंग यूनिसेफ द्वारा की गई, जिसमें पाया गया कि ग्राम जरसेनामऊ में किसी प्रकार की साफ सफाई का कार्य नहीं मिला।
ब्लाक हरपालपुर के ग्राम पंचायत ओहदपुर तिगवा के गांव सनझारा में भी किसी प्रकार की साफ सफाई का कार्य नहीं किया गया, इससे स्पष्ट होता है कि सफाई कर्मचारियों द्वारा उच्चाधिकारियों के आदेशों एवं निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन किया जा रहा है। संबंधित सफाई कर्मचारियों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई प्रस्तावित कर दी गई है।
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