अब 35 मिनट में हाथरस से आगरा... 66 गांवों से गुजरेगा अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे, जितना सफर उतना टोल
आगरा-अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू हो गया है, जिससे हाथरस से आगरा की दूरी अब केवल 35 मिनट में तय की जा सकेगी। यह एक्सप्रेस-वे 66 गांवों से होकर गुजरेगा, जिसमें हाथरस के 48 गांव शामिल हैं। 64.9 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण दो चरणों में किया जा रहा है और इस पर बंद टोलिंग प्रणाली लागू होगी।

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, हाथरस। आगरा जाने के लिए अब डेढ़ घंटे नहीं लगेंगे। 35 मिनट में हाथरस से आगरा की दूरी तय होगी। इससे कम समय अलीगढ़ पहुंचने में लगेगा। आगरा-अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का काम शुरू हो गया है। आगरा से खंदौली के पास यमुना एक्सप्रेस से इसे जोड़ा जाएगा वहीं अलीगढ़ में दिल्ली-कानपुर हाईवे से इसे जोड़ा जाएगा। इसके लिए 66 गांवों के अधीग्रहीत किया गया है, जिनमें सर्वाधिक 48 हाथरस के हैं।
अभी दो लेन का है रास्ता
अलीगढ़ से आगरा की दूरी 85 किमी के करीब है। इस मार्ग पर अभी दो लेन हाईवे बना है। यहां जाम की समस्या रहती है। वहीं आए दिन हादसे होते हैं। हर वर्ष इस रोड पर 100 से अधिक लोग हादसो में जान गंवा देते हैं। इसी को देखते हुए अब फोर लेन आगरा-अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है।
एनएचएआई करा रहा है निर्माण
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) इसका निर्माण करा रहा है। इसकी कुल लंबाई 64.9 किमी का एक्सप्रेस-वे है। इसे दो चरणों में इसका निर्माण शुरू किया गया है। पहले चरण में 36.9 किमी. एक्सप्रेस-वे हाथरस से आगरा जनपद तक बनाया जा रहा है।
गाजियाबाद की निर्माणदायी संस्था जेएसपी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड पर इसकी जिम्मेदारी है। इसकी लागत 820.40 करोड़ रुपये है। वहीं दूसरे चरण में 28 किमी एक्सप्रेस-वे अलीगढ़ से हाथरस जनपद की सीमा तक बनेगा। इसकी जिम्मेदारी फरीदाबाद की केआरसी इंफ्राटेक कंपनी पर है। इसके निर्माण में 716.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
दिसम्बर 2027 तक चालू करने की है योजना
दिसंबर 2027 तक इसे चालू करने की योजना है। अलीगढ़ में यह एक्सप्रेस-वे दिल्ली-कानपुर हाईवे से जुड़ेगा। वहीं आगरा में खंदौली से आगे एक्सप्रेस-वे से इसे जोड़ा जाएगा। वहीं अलीगढ़ के 14 और आगरा के 4 गांव शामिल हैं। एक्सप्रेस-वे पर 49 ओवर ब्रिज, अंडरपास, रेलवे ओवर ब्रिज भी बनाए जाएंगे। इससे आसपास के गांवों के लोग आसानी से एक्सप्रेस वे के दूसरी ओर आ-जा सकेंगे।
जितना सफर उतना देना होगा टोल
निर्माणदायी संस्था जेएसपी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर शुभम कुमार ने बताया कि ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे की तरह इस एक्सप्रेस-वे पर बंद टोलिंग प्रणाली रहेगी। यानी कि आप जितना सफर करेंगे, उसी के हिसाब से टोल लिया जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर एंट्री और एग्जिट के समय तय की गई दूरी के अनुसार ही टोल वाहन चालकों को देना होगा। एक्सप्रेस-वे का मुख्य टोल हाथरस में कोरना चमरुआ गांव के पास बनाया जाएगा।
हाथरस के इन गांवों से गुजर रहा एक्सप्रेसवे
हाथरस जिले की सासनी तहसील के संदलपुर, नगला भीखा, अबूपुर, सिघर्र, देदामई, नहलोई, विघेपुर, जसराना, लरौटा, जिरोली, मोहरिया,नगला गढू, बसगोई, छोर्रा गड़उआ, हर्दपुर, गढ़ी नंदराम, हाथरस तहसील के अहवरनपुर, बिछीया, मुंगसा, टुकसान, नगला मनी, बिसरांत, धतूरा खुर्द, नगला नंदराम, ककरावली, बिष्णुदास, केशरगढ़ी, मगतई, दौलताबाद, रामगढ़, कोरना चमरुआ, बमनई, तिहाईया नगला कारवा, गदई, खजुरिया, लुहेटा खुर्द कला, सादाबाद तहसील के बिचपुरी, कजरोठी, मीरपुर, जगरार, अदालपुर,नौगवां, दगशाह, ताजपुर, कुम्हेरी, सरोठ, कुरसंडा, गौंचा, सिसता, नसीरपुर, कंजौली के पास से होकर हाईवे गुजरेगा।
आगरा-अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य शुरू होने से क्षेत्र का विकास होगा। इससे सफर आसान होगा। विनीत अग्रवाल, मुरसान
आगरा-अलीगढ़ हाईवे दो लेन होने के कारण आए दिन हादसे होते हैं। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनने से लोगों को सफर सुरक्षित होगा। श्याम गोयल, मुरसान
अलीगढ़ से आगरा जाने में दो घंटे से अधिक समय लगता था। अब ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनने से यह सफर एक घंटे का रह जाएगा। - प्रवीन अग्रवाल, मुरसान

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