Vaishno Devi Landslide: हाथरस के पांच श्रद्धालु समेत 22 लोग कटरा में फंसे, होटल में रुक कर काट रहे समय… लग रहा डर
भारी बारिश और भूस्खलन के चलते वैष्णो देवी गए हाथरस के पांच श्रद्धालुओं समेत 22 लोग कटरा में फंस गए हैं। उनके साथ मथुरा और आगरा के रिश्तेदार भी हैं जिससे स्वजन चिंतित हैं। सभी एक होटल में रुके हैं क्योंकि कटरा-जम्मू के बीच यातायात ठप है। 26 अगस्त को भूस्खलन के बाद हालात बिगड़े जिससे ट्रेन और बस सेवाएं बंद हो गईं।

जागरण संवाददाता, हाथरस। माता वैष्णो देवी और अन्य स्थानों पर घूमने के लिए गए हाथरस के पांच श्रद्धालुओं सहित 22 लोगों का समूह कटरा में फंस गया है। जम्मू कश्मीर में तेज बारिश और भूस्खलन के कारण कटरा-जम्मू के बीच यातायात ठप होने से यह लोग घर नहीं लौट पा रहे हैं। उनके साथ मथुरा, और आगरा के रिश्तेदार भी हैं। उनके इंतजार में स्वजन बेहद चिंतित हैं। सभी लोग कटरा एक हाेटल में रुके हुए हैं। वह घर आने को परेशान हैं।
हाथरस के चंदपा क्षेत्र के गांव पापरी से महेश शर्मा और उनके स्वजन निधि शर्मा, दिव्यांश शर्मा, तन्वी शर्मा वैष्णो देवी दर्शन को गए हैं। उनके साथ मथुरा के धर्मेन्द्र शर्मा, कुमकुम शर्मा, मुस्कान, रोहन शर्मा, अवधेश दीक्षित, अर्चना दीक्षित, ख़ुशी दीक्षित, वर्षा दीक्षित, अशोक शर्मा, गौरी, कृष्णा शर्मा, ऋषि उपाध्याय, कृष्णा उपाध्याय, गुंजन उपाध्याय, शौम्या हैं।
यह सभी धर्मलोक नगर और डींग गेट मथुरा के निवासी हैं। इसके साथ ही आगरा के बजीरपुरा निवासी उनके रिश्तेदार कल्पना शर्मा और लड्डू शर्मा भी हैं। हाथरस निवासी महेश शर्मा ने बताया कि सभी लोग 22 अगस्त को दिल्ली से वंदे भारत ट्रेन से कटारा के लिए रवाना हुए।
23 को चढ़ाई कर अर्द्धकुंवारी और माता वैष्णो देवी के दर्शन किए। 25 की सुबह उतरकर कटरा आ गए। वहां एक होटल में ठहरे हुए हैं। 27 अगस्त बुधवार को उनकी वापसी की ट्रेन थी। इससे पूर्व 26 अगस्त को तेज बारिश और भूस्खलन के कारण 30 से अधिक श्रद्धालुओं की मृत्यु के बाद वहां हालात बिगड़ गए हैं।
ट्रेन और बस यातायात ठप हो गया है। हजारों लोग इधर-उधर फंसे हुए हैं। स्टेशन, बस स्टैंडों पर भीड़ है। इस भीड़ में उनका समूह भी फंस गया है। कटरा से निकलने के के रास्तों पर यातायात बंद है।
ट्रेन भी नहीं चल रही हैं। ऐसे में वह बेहद खौफ में हैं। उनके साथ महिलाएं और बच्चे भी हैं। बादल तेज गरज के साथ बरस रहे हैं। नींद उड़ गई है। सभी को घर वापस लौटने की आस है।
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