दीवाली पर गहने नहीं खरीदने दिए तो पत्नी ने कर दी ऐसी हरकत, जिसकी नहीं थी उम्मीद; पति के फूले हाथ-पांव
उरई के सिरसा कलार थाना क्षेत्र के करहिया गांव में त्योहार पर गहने खरीदने को लेकर पति-पत्नी में विवाद हो गया। विवाद के बाद पत्नी ने कमरे में बंद होकर साड़ी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मायके पक्ष ने हत्या का आरोप लगाया है, जिसके बाद पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

जागरण संवाददाता, उरई। सिरसा कलार थाना के ग्राम करहिया में शुक्रवार की देर शाम त्योहार पर अपनी मनमर्जी का गहना व अन्य सामान खरीदारी को लेकर पत्नी ने पति से जिद कर दी। विवाद इतना बढ़ा कि पत्नी ने अपने आप को कमरे में बंद कर लिया और साड़ी से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। देर रात मायके पक्ष से भी लोग आ गए थे और हत्या का आरोप लगाया। सीओ व थाना प्रभारी ने जांच कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ग्राम करहिया निवासी चंद्रपाल यादव के पास खेती कम होने की वजह से वह उरई के फ्लोर मिल में काम करते हैं। पत्नी की मौत बहुत पहले ही हो गई थी। उनके बेटे 23 वर्षीय आशुतोष यादव गांव में खेती करते हैं। 15 फरवरी 2023 को आशुतोष की शादी कानपुर देहात के डेरापुर थाने के ग्राम उदनापुर निवासी वीरेंद्र यादव की पुत्री साधना उर्फ नेहा देवी से हुई थी।
गांव में पति-पत्नी ही रहते थे। दीपावली त्योहार पर आशुतोष पत्नी के साथ मकान में रंगाई पुताई का भी काम करवा रहा था। स्वजन ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर पति-पत्नी में त्योहार पर आभूषण सहित अन्य सामान खरीदने को लेकर झगड़ा हुआ था। शाम को आशुतोष डेरी पर दूध देने चला गया तो इसी दौरान उसकी पत्नी नेहा ने कमरे के अंदर पंखे के हुक से साड़ी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।
जब आशुतोष वापस आया तो पत्नी को फंदे पर लटका देख पड़ोसियों को मदद के लिए पुकारा। मुहल्ले के लोग आए और पुलिस को सूचना दी। रात में ही मृतका के पिता वीरेंद्र भाई धीरेंद्र ने मायके पक्ष पर अपनी पुत्री की हत्या कर शव फंदे पर टांगने का आरोप लगाया। थाना प्रभारी परमेंद कुमार ने मामले की जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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