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    जौनपुर में छठ पूजा के दौरान टिन शेड में करंट उतरा, दो श्रद्धालु झुलसे

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Tue, 28 Oct 2025 04:00 PM (IST)

    जौनपुर में छठ पूजा के दौरान एक टिन शेड में करंट उतरने से दो श्रद्धालु झुलस गए। घटना के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। स्थानीय प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।

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    इस प्रकार की घटनाएं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल उठाती हैं।

    जागरण संवाददाता, जौनपुर। शाहगंज नगर के राम-जानकी बौलिया मंदिर स्थित पोखरा पर मंगलवार की भोर में छठ पूजा के अवसर पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए जुटी हजारों की भीड़ में एक दुखद हादसा घटित हुआ। अचानक शुरू हुई बारिश से बचने के लिए श्रद्धालु मंदिर परिसर में बनाए गए टिन शेड के नीचे पहुंचे, जहां प्रवाहित करंट के कारण दो लोग झुलस गए।

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    बारिश के चलते श्रद्धालु भीगने से बचने के लिए टिन शेड में भागे, लेकिन वहां मौजूद पाइप में करंट प्रवाहित होने से पक्का पोखरा निवासी 18 वर्षीय राज मोदनवाल और डफरटोला निवासी 38 वर्षीय सुरेंद्र विश्वकर्मा गंभीर रूप से झुलस गए। इस घटना के बाद भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने तत्परता से भीड़ को नियंत्रित किया।

    घटना के तुरंत बाद, वहां मौजूद पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों ने दोनों झुलसे हुए श्रद्धालुओं को राजकीय पुरुष चिकित्सालय पहुंचाया। डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल भेजने का निर्णय लिया। इस घटना के बाद मंदिर परिसर में अफरा-तफरी मच गई, जिससे श्रद्धालुओं में दहशत का माहौल बन गया।

    पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। इस प्रकार की घटनाएं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल उठाती हैं।

    छठ पूजा एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें श्रद्धालु सूर्य देवता की आराधना करते हैं। ऐसे में इस प्रकार की घटनाएं न केवल श्रद्धालुओं के लिए दुखद होती हैं, बल्कि समाज में सुरक्षा के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को भी उजागर करती हैं।

    इस हादसे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है, और इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।