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    जौनपुर में इनकम टैक्स के दायरे में आए 42 हजार राशनकार्ड धारकों पर जांच की आंच

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 04:40 PM (IST)

    जौनपुर जिले में आयकर के दायरे में आने वाले राशन कार्ड धारकों का सत्यापन किया जा रहा है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कार्डधारकों की जांच हो रही है। सरकार द्वारा जारी सूची के आधार पर अपात्रों के नाम काटे जाएंगे और पात्रों को जोड़ा जाएगा। वाहन मालिकों की भी जांच की जा रही है।

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    जौनपुर में जांच की यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी।

    जागरण संवाददाता, जौनपुर। इनकम टैक्स के दायरे में आए 42 हजार 243 राशनकार्ड धारकों को जांच के दायरे में लिया गया है। इसमे ग्रामीण क्षेत्रों के 36072, जबकि नगरीय में 6162 कार्डधारकों को शामिल किया गया है। आयकरदाताओं की संभावित सूची भारत सरकार की ओर से जारी की गई है, जिसका सत्यापन कराया जा रहा है।

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    मौजूदा समय में जिले में राशनकार्ड धारकों की कुल संख्या आठ लाख 33 हजार 710 है। इसमें अंत्योदय कार्डधारकों की संख्या एक लाख 25 हजार 472, जबकि पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों की संख्या सात लाख आठ हजार 238 है। ग्रामवार हो रहे सत्यापन की रिपोर्ट के आधार पर अपात्रों का नाम काटने के साथ ही पात्रों को जोड़ा जाएगा। सत्यापन के कार्य के सभी पूर्ति निरीक्षकों को लगाया गया है। 21 ब्लाकों के सभी 1734 ग्राम पंचायतों में जांच कराई जा रही है।।

    अपात्र मिलने पर पोर्टल से हटाया जाएगा नाम

    सत्यापन की प्रक्रिया को पूर्ण रूप से पारदर्शी बनाया गया है, जिससे किसी भी स्तर पर गड़बड़ी न हो सके। जांच के कार्डधारक के अपात्र मिलने पर पोर्टल से नाम हटा दिया जाएगा। जिले में अंत्याेदय कार्ड धारकों की संख्या एक लाख 25 हजार 472 है, जबकि चार लाख आठ हजार 101 यूनिट। इसी तरह पात्र गृहस्थी कार्डधारकों की संख्या सात लाख आठ हजार 238, जबकि यूनिट 30 लाख 80 हजार 693 है। अंत्योदय व पात्र गृहस्थी कार्डधारकों की कुल यूनिट 34 लाख 88 हजार 764 है, जिसमे 31 लाख 17 हजार 248 यूनिट की ई-केवाइयी हो चुकी है। 90 प्रतिशत ई-केवाइसी पूरा कर जिला प्रदेश के 14वें स्थान पर है।

    5085 कार्डधारकों के पास वाहन होने के मिली है जानकारी

    मुफ्त का राशन ले रहे 5085 कार्डधारकों के पास वाहन होने की भी जानकारी मिली है। इसकी भी जांच कराई जा रही है। ऐसे कार्डधारकों की भी जांच की जा रही है। वाहन मिलने पर जहां राशनकार्ड रद किया जाएगा वहीं इसके नहीं मिलने की स्थिति में संबंधित से एफिडेविट लिया जाएगा। भविष्य में इसे साक्ष्य के रूप में रखा जाएगा व उसके नाम पर वाहन मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

    पारदर्शिता के लिए छह वर्षों में यह हुए बदलाव

    पहले जहां कार्डधारकों के सत्यापन व जांच का कोई पैमाना नहीं था, वहीं छह वर्षों में इसमें व्यापक बदलाव किया गया है। सबसे पहले कार्डधारकों का आधारकार्ड लिंक गिया गया। इसके बाद इसकी सीडिंग कराई गई तीसरे चरण में बायोमिट्रिक ई-केवाइसी कराई गई। इससे मृतक हो चुके कार्डधारकों का नाम पोर्टल से हटाने में मदद मिली।

    सस्ते राशन की कुल दुकानें: 2077

    अंत्योदय कार्डधारकों की संख्या: 125472

    पात्र गृहस्थी कार्डधारकों की संख्या: 708238

    कुल कार्डधारक: 833710

    कुल यूनिट: 3488764

    ई-केवाइसी: 3117248

    • यह आवश्यक नहीं कि आयकरदाता की श्रेणी में आने वाले कार्डधारक का नाम कटे ही। बिना सत्यापन किसी का भी नाम नहीं काटा जाएगा। शासन के निर्देश पर सत्यापन की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाया गया है। यह प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं। अपात्रों का नाम काटने के साथ ही पात्रों को जोड़ा भी जाएगा। -संतोष विक्रम शाही, जिलापूर्ति अधिकारी।