जौनपुर में जल्द ही 1362 में बने शाही किले में लाइट एंड साउंड शो का शुरू होगा आयोजन
जौनपुर के शाही किले को पर्यटकों के लिए और भी आकर्षक बनाया जा रहा है। पत्थरों की सफाई और पार्क के निर्माण के साथ जल्द ही यहां लाइट एंड साउंड शो भी शुरू होगा। फिरोज शाह तुगलक द्वारा निर्मित यह किला अपने ऐतिहासिक महत्व और वास्तुकला के लिए जाना जाता है।

जागरण संवाददाता, जौनपुर। सन् 1362 में बने शाही किले को पर्यटकों को लुभाने के लिए संवारा जा रहा है। पत्थरों की साफ-सफाई के साथ ही भीतर समृद्ध किए गए आकर्षक पार्क से इसकी सुंदरता में चार चांद लगा रहे हैं। जल्द ही इसका नजारा लाइट एंड साउंड शो से और बदला नजर आएगा। इस अनूठी पहल के लिए सर्वे का कार्य पूरा किया जा चुका है, जिसमें पर्यटन विभाग भी सहभागिता निभाएगा। इस पर तकरीबन 70 लाख रुपये खर्च होना है।
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जौनपुर नगर में गोमती तट पर स्थित इस किले का निर्माण फिरोज शाह तुगलक ने सन् 1362 में कराया था। इस किले का भीतरी फाटक 26.5 फीट ऊंचा व 16 फीट चौड़ा है, जबकि केंद्रीय फाटक 36 फीट ऊंचा है। शाही किले में हो रहे बदलाव से पर्यटक भी आकर्षित हुए हैं। यही वजह है कि इस बीते वर्ष तकरीबन एक लाख, 45 हजार पर्यटक यहां पहुंचे, जिसमें 30 विदेशी भी शामिल हैं। लाइट एंड साउंड शो से शाही किला जल्द ही और जीवंत होगा। तकरीबन आधे घंटे के म्यूजिक शो में किले के साथ ही जौनपुर के इतिहास की भी समृद्ध जानकारी दी जाएगी।
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अद्भुत है शाही किले की ऐतिहासिकता
शाही किला अद्भुत व ऐतिहासिकता है। इसका पूर्वी द्वार व अंदर की तरफ मेहराबे आदि हैं जो इसकी भव्यता को दर्शाता है। इसके सामने के शानदार फाटक को मुनीम खां ने सुरक्षा की दृष्टि से बनवाया था व पीले पत्थरों से सजाया था। अंदर तुर्की शैली का हमाम एवं एक मस्जिद भी है। किले से गोमती नदी व नगर का मनोहर दृश्य दिखाई देता है। इब्राहिम बरबक की तरफ से बनवाई गई मस्जिद की बनावट में हिंदू व बौद्ध शिल्प कला की छाप है।
भीतर देखने के लिए है बहुत कुछ
शाही किला में तुर्की हमाम, बारादरी व मस्जिद यहां आने वाले पर्यटकों को खासे आकर्षित करती है। इसके साथ ही सुंदर पार्क में पहुंचने के बाद लोग परिवार के साथ फुर्सत के पल गुजारते हैं। बच्चों के साथ ही छुट्टियां मनाने का भी यह बेहतर स्थान है।
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विदेशी पर्यटकों के लिए 350 रुपये शुल्क
विदेशी पर्यटकों के लिए काउंटर से टिकट लेने के लिए 350 रुपये शुल्क निर्धारित है, जबकि आनलाइन 300 रुपये है। इसी तरह भारतीय पर्यटकों के लिए आनलाइन 20 रुपये, जबकि काउंटर से 25 रुपये शुल्क निर्धारित है। पार्क में प्रवेश के लिए सर्दी व गर्मी के मौसम के लिए अलग-अलग समय है। सूर्योदय के साथ ही प्रवेश व सूर्यास्त के आधा घंटा पहले टिकट काउंटर बंद कर दिया जाता है।
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बोले अधिकारी
लाइट एंड साउंड शो से शाही किले की चमक और बढ़ेगी। इसका प्रस्ताव कुछ समय पहले शासन को भेजा गया है। वहां से मिले निर्देश पर आगे इस पर काम किया जाएगा। - ध्रुव खाड़िया, मुख्य विकास अधिकारी।
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