जौनपुर के सदर क्षेत्र में अनवरत 20 घंटे में हुई रिकार्ड 140 मिमी बारिश, मकान- दुकान तक को नुकसान
जौनपुर के निचले इलाके में जलभराव से एक ओर दुश्वारियां बढ़ गई हैं तो दूसरी ओर भारी बारिश की वजह से मकान और दुकान तक गिरने के मामले सामने आए हैं। हालांकि मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि अब बारिश थमेगी और लोगों को बारिश से राहत भी मिलेगी।

जागरण संवाददाता, जौनपुर। कई दिनों से सक्रिय मानसून के कारण गुरुवार को जनपद में झमाझम बारिश हुई। इसके चलते चहुंओर पानी ही पानी हो गया है। मौसम विभाग के आंकड़े के अनुसार बीस घंटे में सदर क्षेत्र में रिकार्ड 140 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं जिले में औसत बारिश 39.6 मिलीमीटर रिकार्ड की गई।
अनवरत बारिश से कई मकान, प्रतिष्ठान के भवन व छप्पर ढह गए। मलबे में दबकर महिला घायल हो गई वहीं दो बकरियों की मौत हो गई। नगर समेत ग्रामीण अंचल में सड़कें भी जगह-जगह धंस गईं। खंभों के गिरने व खराबी आने के कारण कई घंटे तक विद्युत आपूर्ति भी बाधित रही।
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गुरुवार की शाम पांच से शुरू हुई बारिश शुक्रवार को दोपहर दो बजे तक जारी रही। भारी बारिश के कारण अधिकांश सड़कों ने कई तालाब का रूप ले लिया। इसके चलते घंटों आवागमन प्रभावित रहा। हिम्मत जुटाकर जाने वालों के वाहन पानी में बंद हो गए, जिससे उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ा।
दूसरी तरफ जल निकासी न होने से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। जगह-जगह पानी भरने से संक्रामक रोगों का भी खतरा बढ़ गया है। बारिश के कारण नगर के जोगियापुर पुल के नीचे, आइएमए भवन लाइन बाजार के समीप, हुसेनाबाद स्थित जिला विकास अधिकारी के आवास के सामने, डाक बंगला चौराहा सहित कई मोहल्लों में सड़कें धंस गई हैं।
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वाजिदपुर तिराहा स्थित उत्सव मोटल के रेस्टोरेंट की दीवार ढह गई। इससे एसी, फर्नीचर सहित लाखों का सामना मलबे में दब गया। दूसरी तरफ नगर में सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़कें व गलियां कीचड़ से लथपथ हो गईं। इन राहों पर चलने वाले लोग गिरकर घायल होते रहे।
रामपुर क्षेत्र में बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। रामपुर कस्बे व थाना परिसर में पानी भर गया। कई घरों में पानी घुसने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं। इसी तरह नेवढ़िया थाना जाने वाले मुख्य मार्ग पर भी जलभराव हो गया। इससे यातायात कई घंटे ठप रहा और कई लोग अपनी फरियाद लेकर वापस लौटते नजर आए।
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मकान व छप्पर गिरने से महिला घायल, दो बकरियां मरीं
भारी बारिश के कारण सिकरारा क्षेत्र के सादात विंदुली गांव में अमर बहादुर का रिहायशी कच्चा मकान ढह गया। मलबे में दबने से दो बकरियां मर गईं। इसके साथ ही लगभग पचास हजार के घरेलू सामान नष्ट हो गए। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर मलबे में दबी एक बकरी को बचा लिया। इसके साथ ही खानापट्टी गांव में पेड़ गिरने से मंदिर की राधा कृष्ण मंदिर की चारदीवारी ढह गई।
इसी तरह गौराबादशाहपुर क्षेत्र के गोविंदपुर मनिहा गांव निवासी आशा सिंह का सीमेंट शेड का कमरा गुरुवार की रात लगभग 1.30 बजे भरभरा कर गिर गई। इससे उसमें सो रहीं आशा देवी दबकर घायल हो गईं। चीख पुकार सुनकर पहुंचे परिजन उन्हें उपचार के लिए स्थानीय निजी चिकित्सक के यहां ले गए। सूचना देने के बाद भी राजस्व विभाग का किसी भी कर्मचारी ने मौके पर नहीं पहुंचे।
वहीं बरईपार क्षेत्र के शाहपुर गांव में प्रेमचंद गौतम के घर की कच्ची दीवार ढह गई। मलबे में दबकर खाद्य सामग्री, चारपाई, बिस्तर सहित बच्चों के कपड़े दबकर नष्ट हो गए। परिवार किसी तरह उसी में रहकर गुजारा करते थे।
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आज से बारिश थमने की उम्मीद
राज्य कृषि मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसून के सक्रिय होने से अच्छी बारिश हुई है। शनिवार से बारिश थमने के साथ कहीं-कहीं रिमझिम बारिश की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि जिले में बीते 24 घंटे में 39.60 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
बंद रहे स्कूल-कालेज
अनवरत हो रही भारी बारिश, जलभराव व वज्रपात की आशंका से शुक्रवार को स्कूल-कालेज बंद रहे।छात्रों की सुरक्षा को लेकर जिलाधिकारी के आदेश पर कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों को बंद किया गया था, लेकिन उच्च कक्षाओं में भी खराब मौसम के कारण छात्र नहीं आए।
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