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    विद्यार्थियों से मिलती है विश्वविद्यालय को वैश्विक ख्याति

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 19 Jul 2021 07:36 PM (IST)

    वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित अंतरराष्

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    विद्यार्थियों से मिलती है विश्वविद्यालय को वैश्विक ख्याति

    जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर) : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित अंतरराष्ट्रीय छात्र सहायता प्रकोष्ठ (आफिस फार इंटरनेशनल अफेयर्स) ने विदेशों में अपनी सेवाएं दे रहे पूर्वांचल विश्वविद्यालय पुरातन छात्र से जुड़ने के लिए सोमवार को एलुमनाई कनेक्ट कार्यक्रम का आनलाइन सम्मेलन हुआ। वक्ताओं ने कहा कि छात्रों से विश्वविद्यालय को वैश्विक ख्याति मिलती है।

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    कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्या ने कहा कि पुरातन छात्र विदेशों में रहकर अपने विश्वविद्यालय एवं देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने आह्वान किया कि आप सभी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से जुड़ें तथा विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे शोध अनुसंधानों से अवगत कराएं। प्रकोष्ठ के समन्वयक डाक्टर प्रदीप कुमार ने कार्यक्रम एवं प्रकोष्ठ की गतिविधियों की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए प्रकोष्ठ के विभिन्न उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। विदेशों में विभिन्न संस्थाओं में कार्यरत पुरातन छात्रों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम का आरंभ बहुत ही अच्छी पहल है तथा हम सभी विश्वविद्यालय की प्रगति के लिए अपने अनुभवों व शोध को विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से साझा करने को तत्पर रहेंगे। इस दौरान रवांडा ईस्ट अफ्रीका से प्रो. सत्येंद्र सिंह, यूएसए से डा. रक्षामणि त्रिपाठी, डा. मुकेश प्रताप यादव, डा. प्रशांत, डा. सौरभ प्रियदर्शी, डा. अंकित पटेल, डा. सौरभ श्रीवास्तव, डा. विनीत कुमार मौर्य, डा. सुनील राय, डा. रोहित उपाध्याय, डा. सुरेश यादव, यूके से डा. स्नेहा वर्मा, डा. अभय नारायण सिंह, डा. विपुल सिंह, डा. विष्णु त्रिपाठी, स्विट्जरलैंड से डा. अमिता सिंह, ताइवान से ज्योतिष सिंह, यूएई से डा. रुचि सिन्हा, सुंदरम शुक्ल सहित कई पुरातन छात्र अपनी विश्वविद्यालय से जुड़ी सुनहरी यादों का वर्णन करते हुए भावुक हो गए। सम्मेलन में प्रो. वंदना राय, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. मानस पांडेय ने भी छात्रों को संबोधित किया। आभार डा. मुराद अली व संचालन डा. गिरिधर मिश्र ने किया।