Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    झांसी में ग्रामीण महिलाएं कर रहीं LED बल्ब बनाने और मार्केटिंग का काम, महिलाओं ने पकड़ी आत्मनिर्भरता की राह

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 07:42 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश सरकार राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है। झांसी के चिरगांव ब्लॉक में "जय मां रतनगढ़ वाली" स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने एलईडी बल्ब बनाने का काम शुरू किया है। सरकार द्वारा प्रशिक्षण और कच्चा माल मिलने के बाद, ये महिलाएं प्रतिदिन 150 से अधिक बल्ब बनाकर अपने गांव और आसपास के क्षेत्रों में बेचती हैं, जिससे वे अपनी आजीविका कमा रही हैं और सशक्त हो रही हैं।  

    Hero Image

    योगी सरकार ने की मदद तो महिलाओं ने पकड़ी आत्मनिर्भरता की राह

    डिजिटल डेस्क, झांसी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित कर रही है। महिलाओं के कई समूहों ने अभिनव पहल करते हुए प्रेरणा देने वाली मिसाल कायम की है। ऐसा ही एक उदाहरण प्रस्तुत किया है झांसी जिले के चिरगांव ब्लॉक के ग्राम जरियाई की जय मां रतनगढ़ वाली महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने। इन महिलाओं ने उद्यमिता की राह पर कदम बढ़ाते हुए एलईडी बल्ब बनाने का काम शुरू किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महिलाओं का समूह बल्ब बनाकर इस एलईडी बल्ब को अपने गांव और आसपास के क्षेत्रों में बिक्री करता है। जय मां रतनगढ़ वाली महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष अंजना के अनुसार ने उनके समूह से 12 महिलाएं जुड़ी हैं। लगभग 8 महीने पहले एलईडी बल्ब बनाने का काम उनके समूह ने शुरू किया है। महिलाओं के समूह ने इस काम को शुरू करने के लिए दस हजार रूपये जुटाए और उससे जरूरी सामान मंगवाए। समूह की महिलाओं ने लोन भी लिया। योगी सरकार ने महिलाओं को बल्ब निर्माण का प्रशिक्षण दिलाया। समूह की महिलाओं को बल्ब बनाने के लिए रॉ मैटेरियल प्रदान किया जाता है। महिलाएं इस मैटेरियल से एलईडी बल्ब बनाकर बिक्री का काम करती हैं। समूह की महिलाएं हर रोज 150 से अधिक बल्ब तैयार करती हैं और उसकी बिक्री की रणनीति भी खुद तैयार करती हैं।

    चिरगांव ब्लॉक की बीएमएम कल्पना के अनुसार स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को समूह का गठन कराने के बाद संबंधित काम का प्रशिक्षण दिलाया गया। इन उत्पादों की बिक्री के लिए प्रदर्शनियों और मेलों में सरकार की ओर से निशुल्क स्टॉल उपलब्ध कराया जाता है। महिलाओं के समूह ने इस पहल के माध्यम से आजीविका अर्जित करने की ओर कदम बढ़ाया है।