कन्नौज में फाइलेरिया से बचाव के लिए शुरू होगा बड़ा अभियान, गांव और मोहल्ले तक जाएंगी 2486 टीमें
कन्नौज जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक बड़ा अभियान शुरू किया है। 13 लाख से अधिक लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य है जिसके लिए टीम ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कन्नौज। जनपद में 13 लाख 68,235 लोगों को फाइलेरिया से संबंधित दवाई खिलाई जाने का लक्ष्य रखा गया है। गांव और मुहल्ले में 2486 टीमों को लगाया गया है। इसमें 238 सुपरवाइजरों के सुपरविजन में इस अभियान को सफल बनाने का कार्य किया जाएगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. स्वदेश गुप्ता ने बताया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है। इसे सामान्यतः हाथी पांव के नाम से जाना जाता है। इसके लक्षणों में बुखार हाथ पैर में दर्द या सूजन तथा पुरुषों के जननांग में व उनके आसपास दर्द या सूजन महसूस होती है।
पैरों हाथों में सूजन और हाइड्रोसील जैसे लक्षण प्रकट होते हैं। यह गंदे पानी में जो मच्छर पनपते हैं। उनके द्वारा संक्रमित मच्छर स्वस्थ व्यक्ति को काटकर संक्रमित कर देते हैं।
फाइलेरिया को खत्म करने के लिए जो दवा दी जाती है। उसमें एक से दो वर्ष तक एल्बेंडाजोल की आधी टैबलेट दो से पांच वर्ष तक एक पांच से 15 वर्ष तक एक गोली और 15 से अधिक उम्र के लोगों को एल्बेंडाजोल की एक टैबलेट दी जाती है।
अगर फाइलेरिया के किसी व्यक्ति में सिमटम हैं तो उसको मिचली आना या पलटी आना ऐसी समस्याएं हो सकती हैं। उनसे घबराने की जरूरत नहीं है। एक साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोगों से पीड़ित व्यक्तियों को यह दबाए नहीं खानी चाहिए।

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