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    फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र से बीमा करा क्लेम लेने वाले गिरोह का एजेंट गिरफ्तार, पुलिस की गिरफ्त में पहले से थे दो आरोपित

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 03:08 AM (IST)

    फर्जी दस्तावेज बनाकर बीमा कराने और क्लेम के जरिए लाखों रुपये हड़पने वाले गिरोह का तीसरा आरोपित, जो बीमा कंपनी का एजेंट था, को कोतवाली पुलिस ने ग ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। फर्जी दस्तावेज बना बीमा कराने और उसके बाद नामित के जरिये क्लेम करा लाखों रुपये हड़पने वाले वाले गिरोह के तीसरा आरोपित बीमा कंपनी का एजेंट को कोतवाली पुलिस ने दबोचा। दो आरोपितों को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है, जो अब जमानत पर हैं।

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    भारतीय जीवन बीमा निगम सिविल लांइस स्थित शाखा के मुख्य प्रबंधक ने नौ फरवरी 2020 को ग्वालटोली निवासी डा. एमए सिद्दकी, चिरादीप सेन गुप्ता, सौरभ गुप्ता व अन्य अज्ञात के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि उनकी शाखा में एक बीमा हुआ था, जिसमें नामित चिरादीप सेन गुप्ता बनाया गया था। बीमा धारक आशा गुप्ता की मृत्यु बताई और क्लेम कर 25 लाख रुपये भुगतान ले लिया गया। इसके बाद एक अन्य गीता गुप्ता के नाम के बीमा का क्लेम किया गया, जिसमें भी उनकी मुत्यु का दावा किया गया।

    जांच में क्या आया सामने?

    जब जांच की गई तो क्लेम का भुगान नामित के रूप में चिरादीप गुप्ता के बैंक खाते में भुगतान हुआ था। इसकी जांच कराई गई तो केनरा बैंक से जानकारी हुई कि खाता चिरादीप सेन के फर्जी नाम से एमए सिद्दकी ने खुलवा रखा था। इसी तरह से गीता गुप्ता का दावे पर उसमें नामित सौरभ गुप्ता ने क्लेम का दावा किया, लेकिन जब जांच की गई तो पता चला कि गीता और सौरभ नाम का कोई भी व्यक्ति बीमा में दर्शाये गए संबंधित पते कभी नहीं रहे।

    उनके बारे में कोई जानकारी भी नहीं मिली। जांच में डा. एमए सिद्दकी की संलिप्तता मिली। वह जालसाजी कर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाता था और फर्जी दस्तावेज बना खाते भी खुलवाता था, लेकिन फोटो अपनी लगाता था, जिससे क्लेम की रकम वह ले सके। थाना प्रभारी जगदीश पांडेय ने बताया कि विवेचक की जांच में 2021 में इश्तियाक और बीमा करने वाले केशवपुरम निवासी फैजान खान व उसकी मां का नाम प्रकाश में आया। इश्तियाक और एमए सिद्दकी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जबकि फैजान की मां की कैंसर से मृत्यु हो गई। फैजान तब से फरार चल रहा था। सर्विलांस और मुखबिर की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया।