ठग से ठगी कर छाए कानपुर के भूपेंद्र, कई IPS अधिकारियों ने की मुलाकात; सौंपी गई ये अहम जिम्मेदारी
कानपुर के भूपेंद्र सिंह ने एक साइबर ठग को सबक सिखाया और हजारों लोगों को ठगी से बचने का संदेश दिया। पुलिस आयुक्त ने उन्हें अपने कार्यालय बुलाकर सम्मानित किया और साइबर अभियान का चेहरा बनाने का फैसला किया। अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंदर ने बताया कि भूपेंद्र सिंह कानपुर की पहचान बन चुके हैं। जानिए कैसे भूपेंद्र ने ठग को उसकी ही चाल से मात दी।

जागरण संवाददाता, कानपुर। (Kanpur Cyber Fraud Case) ठग से ठगाई करने वाले भूपेंद्र सिंह का नाम इन दिनों चर्चाओं में है। एक साइबर ठग को सबक सिखा उन्होंने उन हजारों लोगों को संदेश दिया है कि किस तरह से आप ठगों से बचकर अपनी पूंजी बचा सकते हैं। बुधवार को पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने भूपेंद्र को अपने कार्यालय बुलाया।
इसके बाद ठग से ठगाई और बातचीत को भूपेंद्र की जुबानी सुना। अब अधिकारी उन्हें साइबर अभियान का चेहरा बना लोगों के सामने लाएंगे, जिससे लोग प्रेरित होकर जागरूक हों।
सीबीआई अफसर बनकर ठगी करना चाह रहा था जालसाज
बर्रा विश्वबैंक निवासी भूपेंद्र सिंह के पास छह मार्च को एक काल आई थी। फोन करने वाले ने खुद को सीबीआइ अफसर बता कहा था कि उसने एक लड़की को अश्लील फोटो-वीडियो भेजे हैं। उनके पास 36 अश्लील वीडियो और 10 फोटो हैं, लेकिन भूपेंद्र उनके झांसे में नहीं आया और अलर्ट हो गया। उसने ठग को अपनी नई कहानी सुनाई और जाल में फंसाकर करीब साढ़े नौ हजार रुपये ठग से ही अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए।

सोशल मीडिया पर सुर्खियों में आए भूपेंद्र
दैनिक जागरण ने भूपेंद्र (Kanpur Cyber Fraud Case) की इस समझदारी को 11 मार्च के अंक में 'सीबीआइ अफसर बने ठग को युवक ने सिखाया सबक' शीर्षक से पहले पेज पर प्रकाशित किया। इसके बाद भूपेंद्र चर्चाओं में आए और फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत इंटरनेट मीडिया के अकाउंट पर भी छा गए। इसके बाद दैनिक जागरण ने 'ठग से ठगाई....ई कनपुरिया हैं भाई' शीर्षक से एक खबर फिर प्रकाशित की।
पुलिस अधिकारियों ने की मुलाकात
जिसके बाद बुधवार को पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने भूपेंद्र सिंह को अपने कार्यालय बुलाया जहां अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था हरीश चंदर, अपर पुलिस उपायुक्त क्राइम अंजलि विश्वकर्मा उससे मिलीं।
भूपेंद्र को साइबर अपराध से जोड़ा जाएगा
अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंदर ने बताया कि भूपेंद्र सिंह कानपुर की पहचान बन चुके हैं। उन्होंने ठग से ठगाई कर लोगों को संदेश दिया कि वह किस तरह से ठगी से बचें। पुलिस आयुक्त उन्हें साइबर अभियान से जोड़कर उनका चेहरा लोगों के बीच लाएंगे, जिससे लोग प्रेरित हों।

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