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    कक्षाओं में नहीं पहुंचने वाले छात्रों की पहचान कराएगा सीएसजेएमयू, जानें क्या होगी कार्रवाई

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 07:38 PM (IST)

    छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) उन छात्रों की पहचान करेगा जो कक्षाओं में नियमित रूप से नहीं आ रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी विभागों को ऐसे छात्रों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है। निरंतर अनुपस्थित रहने वाले छात्र-छात्राओं की विशेष स्क्रीनिंग कराई जाएगी। विश्वविद्यालय का उद्देश्य छात्रों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना है।

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय अब ऐसे छात्र-छात्राओं की पहचान कर रहा है जो लंबे समय से कक्षाओं से अनुपस्थित हैं अथवा कक्षाओं में कम से कम पहुंच रहे हैं। माता-पिता व परिवार से अलग होकर एकाकी जीवन जी रहे ऐसे छात्रों की समस्याओं की पहचान कर उन्हें विश्वविद्यालय के वेलबीइंग सेंटर से जोड़ा जाएगा। कोर्स अधूरा रहने की वजह से कक्षाओं में नहीं पहुंच रहे छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाओं का संचालन कर समस्या का समाधान कराया जाएगा।

    विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछले कुछ महीनों में ऐसी घटनाओं का संज्ञान लिया है जिसमें माता - पिता से अलग रहने वाले छात्रों में एकाकीपन के लक्षण मिले हैं। इससे विद्यार्थियों में नकारात्मकता बढ़ रही है। वेलबीइंग सेंटर में पहुंचने वाले ऐसे छात्र - छात्राओं के माता -पिता के साथ संवाद करने के बाद समस्या के समाधान की राह भी खुली है। कुछ छात्रों में समस्या इतनी गंभीर मिली है कि वह परिवार के साथ रहने को भी तैयार नहीं हो रहे। छुट्टियों के दौरान घर पहुंचने कुछ एक छात्र ने आत्मघाती कदम भी उठा लिया था। इससे चिंतित विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब ऐसे सभी छात्र-छात्राओं की स्क्रीनिंग का फैसला किया है।

    विश्वविद्यालय के क्लीनिकल साइक्लोजी विभाग की अध्यक्ष डा. प्रियंका शुक्ला ने बताया कि वेलबीइंग सेंटर में छात्र-छात्राओं की काउंसिलिंग के साथ स्क्रीनिंग भी कराई जा रही है। पिछले कुछ महीने के दौरान कई विद्यार्थियों में अवसाद के लक्षण पाए गए और खुशी की बात है कि उन सभी को मानसिक तौर पर मजबूत बनाने में सफलता मिली है। थोड़ी सी सलाह के बाद विद्यार्थियों ने खुद अपनी समस्या का समाधान तलाश लिया है।

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    कक्षाओं से निरंतर अनुपस्थित रहने वाले छात्र-छात्राओं की विशेष स्क्रीनिंग कराई जाएगी। वेलनेस सेंटर की सहायता लेने के साथ ही विद्यार्थियों की पढ़ाई पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। अगर कोर्स में पिछड़ने की वजह से कोई विद्यार्थी अपनी कक्षा में आने से कतरा रहा है तो उनके लिए विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
    - प्रो. विनय कुमार पाठक , कुलपति सीएसजेएमयू