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    60 लाख के लिए दोस्त को मार डाला, कानपुर में विपिन तिवारी हत्याकांड में तीन गिरफ्तार

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 02:54 PM (IST)

    कानपुर में विपिन तिवारी की हत्या का खुलासा हुआ। फैक्ट्री के साथियों ने 60 लाख रुपये के लालच में उसे नशीली दवा और शराब पिलाकर मार डाला। आरोपियों ने शव ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। गुजैनी थानाक्षेत्र में पांडु नदी के पास मृत मिले विपिन तिवारी के हत्याकांड का राजफाश हो गया है। उसके पिता को जमीन के मुआवजे में मिले 60 लाख रुपये उसके खाते में होने की आस में फैक्ट्री सहकर्मियों ने उसे फंसाकर बुलाया। उसे पहले कोल्डड्रिंक में नशीली दवा पिलाई, इसके बाद शराब पिलाकर होटल ले गए।

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    वहां युवक के विरोध जताने पर राज खुलने के डर से तीनों ने उसे मार डाला और शव फेंक दिया। इसके बाद अगले दिन उसकी मौत का इत्मीनान करने के लिए पांडु नदी के पास भी गए। पुलिस ने तीन आरोपितों को जेल भेज दिया है।

    डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि साढ़ निवासी 32 वर्षीय विपिन तिवारी की हत्या फैक्ट्री के ही सुपरवाइजर बर्रा आइ ब्लाक निवासी मनोज दीक्षित ने सहकर्मी गोविंद नगर निवासी अरविंद चंदेल और प्रदीप साहू के साथ मिलकर की थी।

    हत्यारोपितों ने पुलिस को बताया कि उन्हें अनुमान था कि उसके खाते में पिता को जमीन के मुआवजे में मिले 60 लाख रुपये होंगे। इस पर उन्होंने उसके रुपये लेने की योजना बनाई। बीते मंगलवार की शाम को विपिन फैक्ट्री जाने के लिए निकला तो आरोपित मनोज ने बाराहदेवी चौराहा पर बुला लिया।

    इसके बाद विपिन को आटो में बिठाया फिर कोल्डड्रिंक में नशीली गोली मिलाकर पिला दी। उसे कर्रही स्थित शराब ठेके से विपिन से शराब खरीदवाई, जिसका विपिन से आनलाइन पेमेंट कराया। इस दौरान उसका यूपीआइ पिनकोड देख लिया। विपिन पूरी तरह नशे में हो गया तो उसे जरौली स्थित मनोज की पहचान के भदौरिया होटल ले गए।

    जहां उसे एक कमरे में रखा, फिर उसे शराब पिलाई गई। जब वह पूरी तरह नशे में हो गया तो उससे मोबाइल फोन का लाक खुलवाया। नशे में होने के बाद भी विपिन उन लोगों पर संदेह हुआ तो उसने लड़खड़ाती जुबान में कहा कि तुम लोग गलत कर रहे हो।

    फिर उन्हें लगा कि कहीं बाद में वह उसका अपहरण करने की कहानी न खोल दे तो उसे खत्म करने का प्लान बनाया। इसके बाद उसे फिर पहचान के ही आटो में बैठाया। पूछताछ में सामने आया कि अरविंद ने विपिन के हाथ बांधे, मनोज ने रस्सी से गला कसा, जिंदा न रह जाए इसलिए सिर के पीछे पत्थर से हमला कर दिया। सांस न आए, इसलिए, ऊपर से बोरी कस दी फिर पत्थर रखकर बर्रा आठ में शव छोड़ दिया।

    हत्या के बाद खाते में पांच हजार देख उड़ गया चेहरे का रंग

    डीसीपी के अनुसार आरोपितों ने विपिन की हत्या कर शव ठिकाने लगाने के बाद उसके मोबाइल फोन में खाते का बैलेंस देखा तो सिर्फ पांच हज़ार रुपये थे। जिस पर उन्होंने खुद को ठगा हुआ महसूस किया। फिर उसी से शराब का पेमेंट कर फिर देर रात शराब पी। फिर नौबस्ता चौराहे पर आकर चाय पी। वहीं, बची रकम आपस में बांट ली।

    घटनास्थल पर बुधवार सुबह मनोज और अरविंद बाइक से विपिन की मौत की तस्दीक करने बर्रा आठ पहुंचे। यहां पुलिस समेत लोगों की भीड़ देख मौत का यकीन हुआ। बता दें कि विपिन के पास रकम की एफडी थी जिसे आरोपित खाते में नकद रकम समझ रहे थे।