एंटी करप्शन ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई, महिला लेखपाल को 50 हजार रिश्वत लेते पकड़ा
उन्नाव में एंटी करप्शन टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए महिला लेखपाल को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। किसान ने अपनी जमीन को कामर्शियल कराने के लिए लेखपाल से संपर्क किया था जिसके लिए लेखपाल ने 75 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। बाद में 50 हजार रुपये पर सहमति बनी। किसान की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

जागरण संवाददाता, उन्नाव। उन्नाव में एंटी करप्शन टीम की बड़ी कार्रवाई हुई है। महिला लेखपाल को रिश्वत लेते पकड़ा गया है। किसान की शिकायत पर एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगे हाथ धरा।
सड़क किनारे करीब तीन बिस्वा भूमि को कामर्शियल कराने के लिए किसान ने काफी भागदौड़ की लेकिन काम नहीं हुआ। क्षेत्रीय लेखपाल ने काम के लिए 75 हजार रुपये मांगे। आखिर में किसान ने भी लेखपाल से समझौता करते हुए 50 हजार रुपये देने को तैयार हो गया। लेखपाल के उत्पीड़न से परेशान किसान ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन लखनऊ में की। इसी के बाद टीम ने छानबीन शुरू की और शिकायत सही पाए जाने पर शुक्रवार को पुरवा तहसील स्थित कार्यालय से महिला लेखपाल को किसान के बेटे से 50 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया।
पुरवा तहसील क्षेत्र के गांव मोहिनी खेड़ा निवासी किसान श्रीराम की तीन बिस्वा भूमि अकोहरी-मौरावां मुख्य मार्ग पर कोरटगंज गांव के पास है। उक्त भूमि को श्रीराम कामर्शियल कराना चाहता था। इसके लिए वह काफी समय से तहसील कार्यालय के चक्कर लगा रहा था, लेकिन प्रक्रिया पूरी करने के लिए लेखपाल की रिपोर्ट तक नहीं लग पा रही थी।
श्रीराम का आरोप है कि काफी प्रयास के बाद क्षेत्रीय लेखपाल ममता प्रजापति ने उससे इस काम के लिए 75 हजार रुपये की मांग की थी। कीमत अधिक मांगने के कारण उसने रुपये देने से हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद भी उसका काम जब काफी समय बाद भी नहीं हुआ तो उसने लेखपाल से बात करते 50 हजार रुपये देने की बात पर समझौता कर लिया। इसके बाद श्रीराम ने बेटे अवधेश के साथ एंटी करप्शन कार्यालय में इसकी शिकायत की। जहां टीम ने शिकायत की जांच की। तो मामला सही पाया गया।
शुक्रवार अपराह्न श्रीराम का बेटा लेखपाल ममता प्रजापति को 50 हजार रुपये नकदी देने के लिए पहुंचा। जैसे ही महिला लेखपाल ने नकदी पकड़ी एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया।
कार्रवाई की जानकारी होते ही तहसील में खलबली मच गई। कुछ लोग कार्रवाई का विरोध करने के लिए शोर मचाने लगे। तभी एंटी करप्शन टीम ने उन्हें भी कार्रवाई की जद में लेने की चेतावनी दी। जिसपर सभी ठंडे पड़ गए। इसके बाद टीम लेखपाल को मौरावां थाने ले गई। जहां मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है।
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