पेंशनर के लिए काम की खबर, आनलाइन दे सकेंगे जीवन प्रमाण पत्र, जानें क्या है ELI Scheme
कानपुर क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त प्रथम शाहिद इकबाल ने बताया कि अब पेंशनरों को जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। पेंशनर अपने स्मार्टफोन पर एप डाउनलोड कर घर बैठे डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं। वहीं रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए ईएलआई (Employment Linked Incentive) योजना एक अगस्त से लागू हो गई है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करने वाली रोजगार लिंक्ड प्रोत्साहन (ईएलआइ) योजना एक अगस्त से लागू हो गई है। इसके तहत युवाओं को नौकरियां मिलेंगी। एक लाख रुपये तक प्रतिमाह की नौकरी करने वालों को दो किस्तों में 15 हजार रुपये भी मिलेंगे। नियोक्ता को भी लाभ होगा। जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए पेंशनर भटकें नहीं, वे एप से घर बैठे इसे जमा कर सकते हैं। निधि आपके निकट कार्यक्रम के तहत हर माह की 27 तारीख को मोहल्लों में शिविर लगाए जाते हैं। इनमें पहुंचकर समस्या का मौके पर समाधान करा सकते हैं। ये बातें क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त प्रथम शाहिद इकबाल से जागरण संवाददाता आशुतोष मिश्र से बातचीत के दौरान कहीं। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश...
ईएलआइ योजना एक अगस्त से लागू हो गई है। यह योजना क्या है और क्षेत्रीय दफ्तर से जुड़े 15 जिलों में कितने युवाओं को नौकरियां देने का लक्ष्य है?
-रोजागार सृजन को प्रोत्साहित करने के लिए प्राइवेट सेक्टर में पहली बार नौकरी करने वाले युवाओं को ईएलआइ योजना के तहत 15 हजार रुपये दो किस्तों में मिलेंगे और उन्हें रोजगार देने वाली कंपनी को प्रोत्साहन राशि मिलेगी। यह लाभ एक लाख रुपये मासिक वेतन पाने वाले युवाओं को मिलेगा। पहली किस्त छह महीने की निरंतर सेवा पूरी करने पर मिलेगी। नियोक्ता को कम से कम छह माह तक निरंतर रोजगार वाले प्रत्येक अतिरिक्त कर्मचारी के एवज में दो साल के लिए प्रतिमाह तीन हजार रुपये तक प्रोत्साहन राशि मिलेगी। देशभर में साढ़े तीन करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा। क्षेत्रीय दफ्तर को अभी कोई लक्ष्य नहीं मिला है, लेकिन ज्यादा से ज्यादा युवाओं को नौकरी दिलाने का प्रयास होगा।
पेंशनर को जीवन प्रमाणपत्र के लिए दफ्तर के चक्कर पर चक्कर लगाने होते हैं। अपने को जिंदा साबित करने के लिए लंबी दौड़ से निजात कैसे मिलेगी?
जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए दफ्तर आने या इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है। अपने स्मार्ट फोन पर जीवन प्रमाण पत्र एप डाउनलोड कर डिजिटल लाइव सर्टिफिकेट जमा किया जा सकता है। हाल ही में सभी 15 जिलों में गांव-मोहल्लों में शिविर लगाकर जीवन प्रमाणपत्र जमा कराए गए हैं। सोमवार से शुक्रवार तक जीवन प्रमाणपत्र जमा कराने और अन्य समस्याओं के समाधान के लिए क्षेत्रीय आयुक्त द्वितीय दफ्तर में समस्याएं सुनते हैं। जन सुविधा केंद्रों पर जाकर भी आनलाइन जीवन प्रमाणपत्र जमा कराया जा सकता है।
पेंशनर की मौत होने पर पत्नी की पेंशन शुरू कराने में काफी दिक्कतें आती हैं। कैसे राहत मिल सकती है?
हर माह की 27 तारीख को (अगर अवकाश है तो उसके अगले दिन) निधि आपके निकट कार्यक्रम के तहत मोहल्लों में शिविर लगाए जाते हैं। इसकी सूचना विभिन्न माध्यमों से पहले ही दे दी जाती है। शिविर में मौके पर ही समस्या का समाधान होता है। अगर इसमें कोई दिक्कत होती है तो अगले दिन दफ्तर में हर हाल में समाधान होता है। वाट्सएप नंबर 8004938896 और वेबसाइट epfigm पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
भविष्य निधि के दावों के निपटारे में काफी समय लगता है। लंबी दौड़ लगानी पड़ती है। कोई सुनवाई नहीं होती है?
जैसा कि बताया है कि किसी को किसी तरह की शिकायत हो तो वह सोमवार से लेकर शुक्रवार तक अपनी समस्या के समाधान के लिए क्षेत्रीय कार्यालय में क्षेत्रीय आयुक्त द्वितीय से मिल सकता है। दावों का निस्तारण समय सीमा के अंदर और प्राथमिकता से करने का प्रयास किया जाता है।
कुछ नियोक्ता अपने श्रमिकों से पूरे माह काम कराते हैं। 15 दिन का भुगतान बैंक खाते में और 15 दिन का नकद कर देते हैं। भविष्य निधि का 15 दिन का ही पैसा जमा करते हैं। इस पर कैसे अंकुश लगाएंगे?
यह गलत है। हालांकि, अभी तक इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। अगर कोई शिकायत करता है तो जांच के बाद संबंधित नियोक्ता पर कार्रवाई होगी।
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