कानपुर में बड़ा हदासा: टूर जा रही जीआइसी की बस खड़े ट्रॉला से टकराई, एक छात्रा की मौत... 23 घायल
कानपुर में मंगलवार को एक दर्दनाक बस दुर्घटना में एक छात्रा की मौत हो गई और 23 अन्य घायल हो गईं। राजकीय इंटर कॉलेज बिंदकी की छात्राएं कानपुर आईटीआई टूर पर जा रही थीं तभी औंग थाने के छिवली नदी के पास खड़े ट्राला से उनकी बस टकरा गई। घायलों को कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। टूर जा रही जीआइसी की बस खड़े ट्रॉला से टकरा गई। हादसे में एक छात्रा की मौत हो गई, जबकि 23 छात्राएं घायल बताई जा रही हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राजकीय इंटर कॉलेज बिंदकी की छात्राओं को कानपुर टूर के लिए आईटीआई ले जाया जा रहा था। साढ़े दस बजे तीन बसों में छात्राएं बैठकर कानपुर जा रही थीं। तभी औंग थाने के छिवली नदी के पास खड़े ट्राला से एक बस कंडक्टर साइड से जा टकराई, जबकि दो बसें आगे निकल गई थीं।
हादसा होते ही राहगीरों का जमघट लग गया। लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। बस के पीछे वाले गेट से छात्राओं को बारी-बारी से निकाला गया। हादसे में दो शिक्षिकाएं तथा 13 छात्राएं घायल हुई हैं। एक छात्रा नसरा की मृत्यु हो गई है।

बता दें कि घायलों को कानपुर के हैलट अस्पताल भेजा गया है। एसओ कल्यानपुर हनुमान प्रताप सिंह ने बताया कि राजस्थान जा रहा ट्राला का ड्राइवर वाहन खड़ा करके पहियों की गिट्टी आदि निकाल रहा था, तभी हादसा हुआ है। वहीं, मौके पर डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी भी पहुंचे। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना।
कॉलेज पहुंची छात्राएं हुईं बेहोश, लिपट कर रोईं
दुर्घटना के बाद जो बसें छात्राओं को लेकर कालेज पहुंचीं तो अभिभावकों ने बस को घेर लिया। बसे उतरते ही छात्राएं शिक्षिकाओं व अभिभावकों से लिपट कर रोने लगीं। कई छात्राएं इतनी दहशत में थी कि वह बस से उतरते ही बेहोश हो गईं। इनको तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

दुर्घटना के दौरान लगा जाम
कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर खड़े ट्रेलर से बस के टकरा जाने की घटना के बाद हाईवे की प्रयागराज से कानपुर जाने वाली लेन में जाम लग गई। सभी घायल छात्राओं को इलाज के लिए भेजने और वापस लौटी छात्राओं की दोनों बसों को बिंदकी भेजने के बाद पुलिस ने मौके से बस को क्रेन मंगवा कर हटाया। इस दौरान जनपद सीमा पर मौजूद आईटीबीपी के जवान भी सहायता में लगे रहे।

एंबुलेंस पहुंची देर से घायलों को लोडर से ले जाना पड़ा
छिवली नदी के समीप हुई घटना में पुलिस तो पांच से सात मिनट के अंदर मौके पर पहुंच गई। रोते-बिलखते छात्राओं को बस से बाहर निकालने के बाद भी एंबुलेंस नहीं आई। इलाज में देरी न हो इसके लिए घायल छात्राओं को लोडर से ले जाया गया। बीस मिनट के बाद एनएचएआइ समेत स्वास्थ्य विभाग की छह एंबुलेंस पहुंच गई, तब तक ज्यादातर घायल छात्राओं को भेजा जा चुका था। सरसौल के पास से लोडर की छात्राओं को एंबुलेंस में बैठाला गया।

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