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    पुलिस ने माना कि सिलेंडर नही फटे थे बम, UP में इस जगह अवैध पटाखा बनाने की पुष्टि के बाद 10 लोगों पर मुकदमा

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 10:37 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश पुलिस ने खुलासा किया है कि एक विस्फोट सिलेंडर फटने से नहीं, बल्कि अवैध पटाखों के कारण हुआ था। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जांच में पता चला कि उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे, जिसके कारण यह हादसा हुआ। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है।

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। सचेंडी कस्बे से करीब दो किमी दूर कब्रिस्तान के पास देशी पटाखा बनाने के दौरान हुए विस्फोट के दो दिन बाद पुलिस ने सात नामजद समेत 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। दारोगा अंकित मौर्या की ओर से दी गई तहरीर में 10 अक्टूबर को जांच के बाद घटनास्थल पर अवैध पटाखा बनने की पुष्टि की है।

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    यह वही सचेंडी पुलिस है, जिसने घटना को गैस सिलिंडर और कुकर ब्लास्ट बताकर न सिर्फ घटना को दबाने की कोशिश की, बल्कि अधिकारियों को भी गुमराह किया गया। रविवार को मामला सुर्खियों में आया तो पुलिस ने घायल अकील समेत सात नामजद और तीन अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज की, लेकिन विस्फोट का जिक्र तक नहीं किया।

    हुए थे तीन धमाके


    सचेंडी में शुक्रवार शाम करीब पांच बजे एक के बाद एक तीन धमाके हुए थे। धमाकों की गूंज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। लोग दौड़े तो पता चला कि सचेंडी कस्बे से दो किमी दूर कब्रिस्तान के बगल में ट्यूबबेल के पास धमाके हुए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विस्फोट में दो लोग गंभीर रूप से घायल मिले, जबकि तीन लोग भागते नजर आए। घायलों में बिरारा मुहल्ले का 50 वर्षीय अकील भी था। लोग अकील को करीब 300 मीटर दूर चक रोड की तरफ लाने लगे, तभी दूसरा घायल जंगल की ओर से भाग निकला।

    लोग चकरोड के पास पहुंचे तो पुलिस भी पहुंच चुकी थी। खेत की रखवाली करने वाले ने बताया कि उनके एक रिश्तेदार ने घटना की जानकारी पुलिस को दी थी। पुलिस ने घायल अकील को पहले पास के निजी अस्पताल फिर कल्याणपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। शनिवार देर रात उसे उर्सुला अस्पताल में भर्ती कराया। सचेंडी थाना प्रभारी दिनेश विष्ट दो दिन तक घटना को दबाए रहे, लेकिन मामला सुर्खियों में आया तो घायल अकील, लकी सोनकर, राहुल साहू, शकील, रज्जब अली उर्फ बहरा, मानसू सोनकर, मेराज और तीन अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया।

    घटनास्थल के पास मिले थे सुतली बम के टुकड़े और अन्य सामान

    चौकी प्रभारी अंकित मौर्या ने तहरीर में बताया कि उन्हें 10 अक्टूबर को अवैध पटाखा बनाने की सूचना मिली थी। जांच के दौरान घटना सत्य पाई गई। हालांकि, उन्होंने विस्फोट होने का जिक्र नहीं किया जबकि दैनिक जागरण की पड़ताल में शनिवार को घटनास्थल के पास से सुतली बम के टुकड़े, जला प्लास्टिक, पालीथिन में मौरंग व अन्य चीजों का मिश्रण, ब्लेड के टुकड़े समेत कई अहम साक्ष्य मिले थे। एसीपी पनकी शिखर ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

    विवादित रहे हैं थाना प्रभारी सचेंडी

    सचेंडी थाना प्रभारी दिनेश विष्ट की लापरवाही और अनुशासनहीनता का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी उनका एक वीडियो भी प्रचलित हुआ था। इसमें बिजली न आने में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर वर्दी और अपने नाम का रौब झाड़ते नजर आए थे। इसके अलावा उनका एक आडियो भी प्रचलित हुआ था। यही नहीं लापता युवक की मौत मामले में भी उनकी लापरवाही देखने को मिली थी। अपनी नियुक्ति से ही सचेंडी थाना प्रभारी विवादित रहे हैं। बावजूद इसके लंबे समय से सचेंडी जैसे थाने में उनकी तैनाती बनी हुई है।

    मेस्टन रोड विस्फोट का आरोपित गिरफ्तार

    मूलगंज पुलिस ने मेस्टन रोड विस्फोट में फरार चल रहे आरोपित बिसाती बाजार निवासी बिलाल को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। पुलिस ने उसे बरगदेश्वर मंदिर के आगे पंडित मजीटो की दुकान के पास से पकड़ा। मूलगंज थाना प्रभारी पवन सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपित की दुकान के बाहर ही विस्फोट हुआ था। हादसे में उसका भाई मितालिब भी घायल हुआ था। सीसी कैमरे की फुटेज में मितालिब चोरी की स्कूटी में पीछे बैठा नजर आया था।