Kanpur Weather Update: कानपुर में पाकेट रेन की उम्मीद, फिर बदलेगा मौसम
कानपुर में मानसून की सुस्ती से तेज धूप और उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले तीन दिनों में तापमान बढ़ने की संभावना है लेकिन बीच-बीच में हल्की बौछारें पड़ने की उम्मीद है। 21 अगस्त तक तेज हवा और गरज के साथ हल्की बारिश के आसार हैं।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर में मानसूनी गतिविधियां थमने से मंगलवार को तेज धूप निकली लेकिन बीच बीच में हल्के बादलों की आवाजाही बनी रही। इससे वातावरण में उमस बढ़ने से शहरवासियों को गर्मी से परेशान होना पड़ा। वहीं मौसम विज्ञानियों की मानें तो पाकेट रेन होने की उम्मीद बनी है।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में तापमान बढ़ने की संभावना जताए हैं। वहीं, सीएसए कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम तकनीकी अधिकारी अजय मिश्रा के अनुसार, सोमवार को अधिकतम तापमान 34.8 और न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वातावरण में नमी का प्रतिशत 85 और न्यूनतम प्रतिशत 61 रहा। दिन में दक्षिण-पश्चिम दिशा से 8.5 किमी प्रति घंटा की गति से हवा चलती रही। यही हाल मंगलवार को भी रहा।
आगामी पांच दिनों मे हल्के बादल रहने से 21 अगस्त के मध्य तेज हवा, गरज चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की वर्षा रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि ट्रफ लाइन सामान्य स्थिति से आज ट्रफ लाइन गुजरात के नलिया, महाराष्ट्र के जलगांव, ब्रह्मपुरी होते हुए ईस्ट सेंट्रल बंगाल की खाड़ी में जा रही है।
इस वजह से कानपुर मंडल सहित उत्तर भारत में बारिश की गतिविधियां सीमित हो गई हैं। मंगलवार को भी तेज धूप के साथ हल्के बादल भी रहे। दिन और रात में उमस बरकरार रहेगी। वहीं अब रात तक कहीं कहीं पाकेट्स में बौछारें भी होने की संभावना बनी रहेगी। हवा की गति आठ किमी प्रति घंटे तक हो सकती है जिससे थोड़ी राहत मिलने की संभावना है।
ये है पाकेट रेन
पाकेट रेन में छोटे क्षेत्र में बारिश होती है। यानी एक जगह पर बारिश होगी तो दूसरा क्षेत्र सूखा रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश भी अब कई जगहों पर छोटी-छोटी पाकेट्स में सिमट कर रह गई है। इस पैटर्न को पाकेट रेन कहा जाता है।
देश भर में बदल रहीं मानसून गतिविधिया
देश भर के राज्यों में मानसून गतिविधियों में अंतर देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू पहाड़ी क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाएं बढ़ रही हैं। वहीं, महाराष्ट्र में तेज बारिश हुई। जबकि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गर्मी ने लोगों को परेशान किया है।
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