कासगंज में बढ़ा गंगा का जलस्तर, खाली कराए गए घाट; कांवड़ियों के लिए भी जारी किए गए निर्देश
कासगंज में गंगा नदी के जलस्तर में 15 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है जिसके बाद प्रशासन अलर्ट पर है। पहाड़ों से पानी छोड़े जाने के कारण कछला में गेज 162.24 मीटर तक पहुंच गया है। पुलिस ने दुकानदारों को घाट खाली करने के निर्देश दिए हैं और श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग के बाहर स्नान करने को कहा गया है। सिंचाई विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

जागरण संवाददाता कासगंज। शुक्रवार को गंगा के जलस्तर में 15 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई। पहाड़ों से पानी छोड़े जाने के बाद कछला पर गेज 162.24 मीटर मापा गया है।
गंगा के घाट पर पानी बढ़ने पर पुलिस ने दुकानदारों से घाट खाली कराए है। पटियाली क्षेत्र में भी खेतों में पानी भरा है। घाट पर बैरिकेडिंग के बाहर गंगा स्नान के निर्देश दिए हैं।
पहाड़ों पर हो रही वर्षा का पानी लगातार गंगा में छोड़ा जा रहा है। हरिद्वार, बिजनौर और नरौरा तीनों बैराज से पानी छोड़े जाने का क्रम जारी है। जिससे गंगा के जलस्तर में उतार चढ़ाव की स्थति है। शुक्रवार को कछला गंगाघाट पर गेज 162.24 मीटर पर मापा गया है।
शुक्रवार को लहरा घाट पर दुकानों तक पहुंचा गंगा का पानी। जागरण
जबकि गुरुवार को गेज 162.09 मीटर था। 24 घंटे में 15 सेंटीमीटर जलवृद्धि होने से गंगा धार से हट गई है। पानी किनारों पर फैलने लगा है। लहरा घाट पर जहां दुकानें लगी थी। पानी वहां तक पहुंच गया है। पुलिस ने सुबह ही घाट पर पहुंचकर स्थायी दुकानें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाई हैं।
गंगा घाट पर लगाए गए बैरिकेडिंग के बाहर ही स्नान करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। पटियाली क्षेत्र में भी नरदौली और उसके आसपास के सहबाजपुर तक स्थित निचले स्तर के गांव में गंगा धार से हटकर खेतों की तरफ बढ़ रही है। फिलहाल थोड़ा बहुत पानी खेतों की ओर पहुंचा है।
सिंचाई विभाग अभी भी बाढ़ के खतरे से इनकार कर रहा है। हालांकि सिंचाई विभाग के अधिकारी घाटों पर निगरानी बनाए हुए हैं। बाढ़ चौकियां भी सतर्क कर दी गई है। ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। उनका कहना है कि पहाड़ों से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े का क्रम लगातार जारी रहा तब गंगा उफान भर सकती है।
घाट के आसपास खेतों से निकलवाया पानी
शुक्रवार से लहरा घाट पर चौथे और अंतिम सोमवार के लिए जल भरने को कांवड़ियों के जत्थे पहुंचने लगे हैं। शनिवार और रविवार को घाट पर बड़ी तादाद में भीड़ होगी। ऐसे में यहां गंगा का पानी घाट पर पहुंच गया है। दुकानें हटवा दी गई हैं। घाट के आसपास खेतों में भी पानी भर रहा है।
जिससे कांवड़ यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसे देखते हुए पुलिस ने जेसीबी मशीन के माध्यम से गड्ढे खोदकर जगह-जगह से पानी की निकासी का रास्ता बनाया है। सोरों के इंस्पेक्टर जगदीश सिंह ने नगर पालिका की जेसीबी और कर्मचारियों के सहयोग से दोपहर तक व्यवस्थाएं जुटाई।
रात ही रात गंगा का पानी घाट की ओर बढ़ आया। किनारे पर रखी अस्थायी दुकानें भी डुबने लगी। जिन्हें सुबह होते ही हटवाया गया है। घाट से कुछ दूरी पर दुकान लगाई है। अब सुरक्षित हैं।
- जगदीश, कांवड़ विक्रेता लहरा
खोखा लगाकर घाट के किनारे दुकान लगाई थी। कंठी माला बेच रहे थे। घाट पर पानी भर गया। ट्रैक्टर के माध्यम से दुकान और उसका सामान निकालकर काफी दूर सुरक्षित स्थान पर ले आए हैं।
- हुकुम सिंह, लहरा
गंगा में छोड़ा गया पानी आंकड़ों की नजर में
हरिद्वार | 97,764 क्यूसेक |
बिजनौर | 59,989 क्यूसेक |
नरौरा | 80,447 क्यूसेक |
कछला पर गेज | 162.24 मीटर |
जिले में हुई वर्षा | 14 मिलीमीटर |
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