Krishna Janmashtmi 2025 : सलाखों के पीछे जन्म लेंगे कान्हा, कौशांबी में महिला बंदी गाएंगी सोहर, व्रती बंदी करेंगे फलाहार
Krishna Janmashtmi 2025 कौशांबी जिला कारागार में जन्माष्टमी पर्व की तैयारी हो रही है। जेल परिसर और बैरकों को सजाया जा रहा है। झांकी भी सजाई जा रही है। 16 अगस्त को जन्माष्टमी पर बंदियों के लिए विशेष फलाहार बनेगा महिला बंदी सोहर गाएंगी। इसे लेकर जेल के बंदियों में उत्साह का माहौल है।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। जिला कारागार कौशांबी में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को लेकर धूम है। जेल परिसर व बैरकों को सजाया जा रहा है। कान्हा के जन्मोत्सव को लेकर झांकी सजाई जा रही है। 16 अगस्त को इस पर्व के मद्देनजर जेल प्रशासन भी बंदियों के बीच विभिन्न गतिविधि का आयोजन करा रहा है। जन्माष्टमी के दिन व्रती बंदी के लिए विशेष फलाहार तैयार होगा, वहीं महिला बंदियों ने सोहर गीत गाने की तैयारी शुरू कर दी है।
गुरुवार से रविवार तक अवकाश व पर्व पड़ने के चलते बंदियों की मुलाकात पर रोक लगाई गई है। इस दौरान जेल के अंदर बंदियों के बीच विविध गतिविधि का आयोजन हो रहा है। जेल परिसर में झंडा बनाने से लेकर खेलकूद के आयोजन हो रहे हैं।
जेल अधीक्षक बोले- धूमधाम से मनाया जाएगा पर्व
जेल अधीक्षक अजितेश कुमार का कहना है कि 15 अगस्त का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके अगले दिन जन्माष्टमी का पर्व है। बैरकों को फूलों से सजाया जा रहा है। दिन में पूजापाठ के बाद शाम को नृत्य संगीत का कार्यक्रम होगा। कान्हा के जन्म के बाद महिला बंदी सोहर गीत गाएंगी। इसके अलावा भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया है।
राधा-कृष्ण की मूर्ति और सजावट का सामान महंगा
जन्माष्टमी पर्व पर की जाने वाली सजावट के सामानों की कीमतों में इस बार और उछाल आया है। इसके बाद भी त्योहार को लेकर दुकानों पर खरीदार जुट रहे हैं। राधा-कृष्ण की मूर्ति से लेकर उनकी सजावट का सामान पिछले साल की तुलना में महंगा हो गया है। मंझनपुर चौराहे से लेकर जिले के अन्य कस्बों में सजावट व मूर्तियों की दर्जनों दुकानें सज गई हैं। लोगों ने भी कृष्ण जन्माष्टमी मनाने की तैयारियां तेज कर दी हैं। दुकानों में खरीदारों की भीड़ जुटने लगी है।
15 से 30 प्रतिशत तक मूल्य बढ़े
लड्डू गोपाल की मूर्तियों से लेकर सजावट के सामानों तक में महंगाई का असर दिख रहा है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल इन सभी चीजों के दामों में करीब 15 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, महंगाई पर आस्था भारी दिख रही है। पिछले साल पांच रुपये प्रति पीस बिकने वाली पतंगी इस बार सात-आठ रुपये में बिक रही है। पिछले साल जहां ढाई मीटर की लच्छी 30-60 रुपये प्रति पीस बिकी थी, वहीं इस बार यह बढ़कर 40 से 70 रुपये हो गई है। मोरपंख, माला, हाथ के छोटे कंगन का सेट इस बार 30 से बढ़कर 35 से 36 रुपये में मिल रहा है।
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