जिस मोबाइल के लिए स्वजन ने डांटा, उसी की लोकेशन से कौशांबी पुलिस ने 10 वर्षीय बालक को खोज निकाला, भूसे के ढेर में छिपा था
कौशांबी में एक 10 वर्षीय बालक भूसे के ढेर में छिपकर बैठा था घरवाले परेशान थे काफी ढूंढने के बाद भी जब वह नहीं मिला तो थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। उसके पास मोबाइल था। बस यही माध्यम बना उसकी खोज का। पुलिस ने ऐसी लगाई युक्ति कि परिवार वाले खुश हो गए।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। आपरेशन मुस्कान को लेकर अलर्ट पुलिस की वजह से मंगलवार को एक बालक के साथ अनहोनी होने से बच गई। जिस मोबाइल के लिए उसके स्वजन ने उसे डांटा था, उसी की लोकेशन से पुलिस ने उसे सकुशल खोज निकाला। बालक डांट से नाराज होकर अपने ही घर में भूसे के नीचे छिपकर बैठा था। वहीं उसके भाई ने महेवाघाट थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया था।
महेवाघाट क्षेत्र के टिकरा गांव निवासी सुंदर लाल पुत्र चंद्रपाल सरोज ने मंगलवार को पुलिस को दी गई तहरीर के हवाले से बताया कि उसके 10 वर्षीय छोटे भाई को मोबाइल चलाने की लत थी। इसे लेकर स्वजन से अक्सर विवाद होता था। सुबह सात बजे भी छोटा भाई मोबाइल पर गेम खेल रहा था। इस पर उसे डांटा-फटकारा गया। इसके बाद से छोटे भाई का कुछ पता नहीं चला।
घटना को लेकर थाना प्रभारी प्रभुनाथ के निर्देश पर अपहरण का केस दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू की। सुंदर लाल ने बताया था कि छोटा भाई मोबाइल भी अपने साथ ले गया है। इसे लेकर सर्विलांस के जरिए उसकी लोकेशन ट्रेस कराई गई।
मोबाइल की लोकेशन सुंदरलाल के घर की ही मिल रही थी। इस पर थाना प्रभारी ने पुलिस कर्मियों के साथ घर की सघन चेकिंग कराया। इस दौरान घर के पीछे भूसे वाले कमरे में जाकर बालक के पास रहे मोबाइल पर फोन किया गया तो घंटी बजने लगी।
पुलिस कर्मियों ने भूसा हटाकर देखा तो बालक पसीने से तर-ब-तर हो रखा था। आनन-फानन उसे बाहर लाया गया। थाना प्रभारी का कहना है कि बालक को लिखापढ़ी के बाद स्वजन के सिपुर्द कर दिया गया है।
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