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    Kaushambi Flood Alert : यमुना के बाढ़ में डूबे कई गांव, फसलें जलमग्न, डीएम ने लिया जायजा, राहत चौकसी बढ़ाने के निर्देश

    Updated: Sat, 02 Aug 2025 06:46 PM (IST)

    कौशांबी में यमुना नदी के उफान से गांवों का संपर्क टूट गया है फसलें जलमग्न हो गई हैं। डीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया और राहत सामग्री पहुंचाने के निर्देश दिए। वहां के लोगों से बातचीत भी की। उन्होंने अधिकारियों से चौकसी बढ़ाने और ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

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    कौशाम्बी में गंगा&यमुना का जलस्तर बढ़ा, डीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर अलर्ट जारी किया। जागरण

    जागरण संवाददाता, कौशांबी। कौशांबी में यमुना नदी उफानाई हें। तटवर्ती क्षेत्र में बसे गांव टापू बन गए हैं। इन गांवों के लोगों का संपर्क टूट गया है। करीब 500 बीघा फसल जलमग्न हो गई है। शनिवार को डीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर वहां की स्थिति का जायजा लिया। साथ ही चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को राहत सामग्री समेत अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के लिए कहा।

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    गंगा और यमुना नदियां उफान पर हैं। यमुना के जलस्तर के बढ़ने की रफ्तार गंगा से अधिक है। गुरुवार को गंगा का जलस्तर 82.40 मीटर और यमुना का जलस्तर 82.53 मीटर था जो शुक्रवार को क्रमश: 83.22 और 83.54 मीटर रिकार्ड किया गया। दोनों नदियों का खतरे का निशान 84.734 मीटर है। 

    डीएम मधुसुदन हुल्गी ने शनिवार को मंझनपुर तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों पभोषा एवं बड़हरी का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने उपस्थित ग्रामवासियों से बात कर उनकी समस्याएं सुनीं। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। ग्रामवासियों से कहा कि जिला प्रशासन द्वारा हरसंभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी।

    अधिकारियों से कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। बाढ़ संभावित क्षेत्रों में और चौकसी बढ़ाने व आवश्यक कार्रवाई पूर्व से ही सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी मंझनपुर सुखलाल प्रसाद वर्मा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

    चायल तहसील क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को उप जिलाधिकारी आकाश सिंह ने जानकारी दी कि पुरखास-कटैया मार्ग पर जलभराव हो गया है, लेकिन सड़क संरचना में कोई दरार या क्षति नहीं पाई गई है। बिजली विभाग, पुलिस एवं राजस्व टीमों के सहयोग से लोगों के लिए नाव की व्यवस्था की गई है, ताकि सुरक्षित रूप से आवागमन सुनिश्चित हो सके।

    बाढ़ चौकियों पर एंटी-वेनम इंजेक्शन समेत प्राथमिक चिकित्सा सामग्री उपलब्ध है। लगातार निगरानी जारी है। प्रभावित परिवारों को राशन आपूर्ति सुनिश्चित की गई है और किसी भी समस्या की स्थिति में तत्काल तहसील या जिला प्रशासन से संपर्क करने के लिए ग्रामवासियों से अपील की गई है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि संभावित बाढ़ क्षेत्र की लगातार निगरानी करते रहें। ग्रामवासियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए।