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    शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, 10 राज्यों में फैला है साइबर ठगों का जाल

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Sun, 16 Nov 2025 07:01 PM (IST)

    कौशांबी पुलिस ने शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो मध्य प्रदेश के भोपाल से इस गिरोह का संचालन कर रहे थे। ये साइबर अपराधी लोगों को फर्जी लिंक भेजकर निवेश के नाम पर ठगते थे और 10 राज्यों में 2.56 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल, लैपटॉप और अन्य सामान बरामद किया है।

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    कौशांबी पुलिस आफिस में साइबर अपराधियों को मीडिया से मुखातिब कराते एसपी राजेश कुमार। सौजन्य : पुलिस

    जागरण संवाददाता, कौशांबी। शेयर मार्केट के आइपीओ (इनिशियल पब्लिक आफरिंग) में निवेश कराने के नाम पर फर्जी कंपनी का संचालन कर देश के विभिन्न राज्यों में ठगी करने वाले साइबर अपराधियों के गिरोह का राजफाश हुआ है। पकड़े गए गिरोह के तीन सदस्यों के पास से पुलिस ने भारी तादाद में मोबाइल, लैपटाप, सीपीयू अदि बरामद किया।

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    गिरोह के सरगना समेत अन्य की तलाश  

    साइबर अपराधी इस गैंग का संचालन मध्य प्रदेश के भोपाल शहर से कर रहे थे। अनजान लिंक भेजकर कंपनी के निवेश कराने के नाम पर कम समय में ज्यादा पैसा देने का प्रलोभन दिया जाता था। पुलिस ने जिले में दर्ज एक साइबर फ्राड के मामले की छानबीन की तो गैंग के सदस्य पकड़े गए। गिरोह के सरगना समेत अन्य की तलाश की जा रही है। आरोपितों ने 10 राज्यों में अपने नेटवर्क के जरिए करीब 2.56 लाख रुपये ने धोखाधड़ी किया था।

    कड़ाधाम कोतवाली में तहरीर के बाद सक्रिय हुई पुलिस

    रविवार को पुलिस आफिस में पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी राजेश कुमार ने बताया कि कड़ाधाम क्षेत्र के कड़ा निवासी रामदत्त त्रिपाठी ने पिछले दिनों तहरीर देकर बताया था कि शेयर मार्केट में आइपीओ इन्वेस्ट कराने के नाम उनसे एक सितंबर से 23 सितंबर के बीच 61 लाख 19 हजार 211 रुपये की आनलाइन धनराशि ट्रांसफर कराई गई थी।

    साइबर क्राइम थाने में दर्ज हुआ था मुकदमा 

    इस पर साइबर क्राइम थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए सीओ क्राइम शिवांक सिंह के निर्देशन में साइबर थाना प्रभारी विनोद कुमार यादव व उनकी टीम को राजफाश की जिम्मेदारी दी गई।

    इन लोगों की हुई गिरफ्तारी 

    पुलिस टीम तकनीकी संसाधनों व इलेक्ट्रानिक अभिलेखों के आधार पर मध्य प्रदेश के भोपाल जिले के रातीबड़ नीलबड निवासी हरिनगर नील गिरी टावर निवासी रणदीप मडावी पुत्र स्वर्गीय प्रदीप कुमार मडावी, ममता पैलेश कलखेडा रोड निवासी धीरज मालवीय पुत्र चंदर सिंह व पिपलानी क्षेत्र के एस-2 राम होम्स सी सेक्टर इंद्रपुरी निवासी शुभम पटेल उर्फ आदि पुत्र अशोक पटेल को गिरफ्तार किया।

    इन्वेस्ट का लालच देकर लोगों को फंसाते थे 

    पकड़े गए साइबर अपराधियों ने बताया कि शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने का लालच देकर वह लोग वाट्सएप पर लिंक भेजा करते थे। इसके बाद वह लोग अपने फर्जी आधार कार्ड, पैनकार्ड से खोले गए खातों में पैसा आनलाइन ट्रांसफर कराते थे। एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक के माध्यम से वह लोग पैसा निकाल लेते थे। पैसा निकालने के बाद उसे गैंग के अन्य सदस्यों तक पहुंचाया जाता था।

    मोबाइल, आइफोन, लैपटाप आदि बरामद

    रामदत्त त्रिपाठी के साथ भी ठगी किए जाने की घटना उन्होंने स्वीकार की। इसमें से 20 लाख रुपये खाते में फ्रीज करा दिया गया है। पकड़े गए साइबर अपराधियों के पास से तीन मोबाउल, एक आइफोन, अवद कृपल आइकोन, एक लैपटाप, कंप्यूटर सीपीयू, प्रिंटर, 25 क्लूआर, पांच पासबुक, 16 एटीएम, 11 आधार कार्ड, 11 पैन कार्ड, दो निवास प्रमाण पत्र, तीन टूरिज्म बीजा की छायाप्रति आदि बरामद हुआ है।

    भरोसा दिलाने को खाते में दुगनी रकम का भेजते थे मैसेज 

    साइबर अपराधियों ने बताया कि निवेश करने वाले लोगों का भरोसा जीतने के लिए उसके खाते में रकम दोगुनी होने का मैसेज किया जाता था। इसके बाद फोन करके कहा जाता कि कुछ औपचारिकता बाकी है। उसे पूरा होने का झांसा देकर और भी रकम जमा करा लिया जाता था।

    गूगल पर सर्च करने के बाद भी झांसे में फंस जाते थे लोग

    पकड़े गए साइबर अपराधियों ने बताया कि उन्होंने अपनी एक साइट भी गूगल पर बना रखी थी। पैसा जमा करने वाला अगर उनकी फ्राड कंपनी के बारे में तस्दीक करना चाहता था वह गूगल में ही सर्च करता था। वहीं से वह झांसे में फंस जाता था। गलत नाम, पता वाले खाते में पैसा ट्रांसफर कराने का मकसद होता था कि जालसाजी में फंसा व्यक्ति अगर पुलिस से शिकायत भी करता था तो उनके नाम व पते की तस्दीक नहीं हो पाती थी।

    एनसीआरपी पोर्टल हुई शिकायतों का हुआ राजफाश


    शिकायत संख्या-32910250062870 चेन्नई (तमिलनाडू) धनराशि 52 लाख रुपये।
    शिकायत संख्या-21907250069571- मिम्परी महाराष्ट्र धनराशि 14 लाख रुपये।
    शिकायत संख्या-31607250082660- बंगलोर, कर्नाटक धनराशि 12 लाख रुपये।
    शिकायत संख्या-31904250067113- ब्रहन मुंबई सिटी, महाराष्ट्र धनराशि 18 लाख रुपये।
    शिकायत संख्या-32904250021964-तमिलनाडू धनराशि 20 लाख रुपये।
    शिकायत संख्या-21308250036803-रोहतक हरियाणा धनराशि एक लाख रुपये।
    शिकायत संख्या संख्या-30809250077164- दिल्ली 55 लाख रुपये।
    शिकायत संख्या-32509250030618- अमृतसर पंजाब 30 लाख रुपये।
    शिकायत संख्या -31601250011410- कर्नाटक 12 लाख रुपये।
    शिकायत संख्या-23109250152182- कौशांबी धनराधि 62 लाख रुपये।

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