Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कौशांबी पुलिस का दो चेहरा, बच्चों के हाथों में थमाईं किताबें तो बेगुनाह मजदूर के खिलाफ कर दी कार्रवाई

    Updated: Sun, 24 Aug 2025 04:08 PM (IST)

    कौशांबी जनपद में सरायअकिल थाना के भगवानपुर चौकी प्रभारी पूनम कबीर ने गरीब बच्चों को मुफ्त कापी-किताबें देकर मानवता की मिसाल पेश की। गश्त के दौरान उनकी नजर शिवा और नीरज पर पड़ी जो आर्थिक तंगी के बावजूद रात में पढ़ाई कर रहे थे। उनकी लगन देखकर पूनम कबीर ने उन्हें पाठ्य सामग्री दी। इंटरनेट पर इस कार्य की सराहना हो रही है।

    Hero Image
    कौशांबी के सरायअकिल के भगवानपुर चौकी प्रभारी ने गरीब बच्चों को मुफ्त किताबें उपलब्ध कराकर मानवता की मिसाल पेश की।

    संसू जागरण नेवादा (कौशांबी)। प्रदेश सरकार कम्युनिटी पुलिसिंग को बढ़ावा देने की दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है। लोग पुलिस ने अपनी समस्या बेबाकी से कह सके, इसके लिए थानों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं। एसपी राजेश कुमार ने सभी पुलिस कर्मियों को सामाजिक कार्यों से जुड़कर सकारात्मक भूमिका निभाने का निर्देश दे रखा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसी के तहत सरायअकिल थाने के भगवानपुर चौकी प्रभारी पूनम कबीर की एक तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई तो लोग खाकी के कसीदे गढ़ने लगे। हुआ दरअसल यह कि चौकी प्रभारी शनिवार रात हमराही सिपाहियों के साथ गश्त पर निकलीं थीं। ये वही चौकी प्रभारी हैं, जिन्होंने एक दिन पहले इलाके के एक बेगुनाह मजदूर को दुष्कर्म के आरोप में पकड़ा था। बाद में निर्दोष मिलने पर उसे छोड़ दिया गया था।

    इस दौरान भगवानपुर गांव निवासी शिवा व उसके भाई नीरज पर उनकी नजर पड़ी। बच्चे घर के बाहर जमींन पर बैठकर देर रात पढ़ाई कर रहे थे। इस पर चौकी प्रभारी ने बच्चों से पूछताछ की। शिवा ने बताया कि वह सातवीं जबकि छोटा भाई कक्षा चार का छात्र है। पिता कमलाकर गुप्ता लाई-चना का ठेला लगाते हैं। मां सुनीता भी पिता के साथ काम करती है। घर के आर्थिक हालत बेहद खराब हैं।

    बच्चों ने बताया कि रात में बिजली रहती है। इस वजह से दोनों भाई पढ़ रहे हैं। बच्चों की पढाई के प्रति लगन देख चौकी प्रभारी ने उन्हें पठन-पाठन की सामाग्री उपलब्ध कराई। इसकी तस्वीर भी इंटरनेट मीडिया पर शेयर की। इसका कैचवर्ड “सपनों की उड़ान हालात नहीं रोक सकते, बस हिम्मत चाहिए।” लिखा गया। इसे लेकर लोगों ने इनकी तारीफ की है।

    इन्हीं चौकी प्रभारी ने बेगुनाह मजदूर को दुष्कर्म मामले में किया था गिरफ्तार

    आपको शायद पता न हो कि जिस चौकी प्रभारी की कसीदें पढ़ी जा रही हैं उन्होंने एक दिन पूर्व एक बेगुनाह मजदूर को दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया था। पुलिस को जब अपनी भूल का एहसास हुआ तो उसे घर तक छोड़कर आई। 

    जानें, क्या है मामला

    सरायअकिल क्षेत्र के बहुगरा निवासी गुड्डू मजदूरी करके पत्नी बबली देवी व दो बच्चों का भरण-पोषण करता है। गुड्डू के मुताबिक भगवानपुर चौकी प्रभारी पूनम कबीर शुक्रवार सुबह उसे जबरन गाड़ी में बैठाकर थाने ले गईं। पीछे से उसकी पत्नी बबली परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सरायअकिल थाने पहुंची। सभी लोग बार-बार यह जानने का प्रयास कर रहे थे कि आखिर किस जुर्म में गुड्डू को पकड़ा गया है, कोई जवाब नहीं मिला। दोपहर 12 बजे पुलिस गुड्डू को लेकर सीएचसी सरायअकिल पहुंची व मेडिकल परीक्षण कराया।

    गुड्डू कहता रहा कि वह बेगुनाह है, नहीं सुनी गुहार

    गुड्डू ने तब भी कहा कि उसने कोई गुनाह नहीं किया। जब चौकी प्रभारी ने कोर्ट में पेश करने के लिए कागज की दोबारा जांच की तो मालूम चला कि वारंट सरायअकिल थाने का नहीं बल्कि करारी थाने के लिए भेजा गया था। गलती का एहसास होने पर आनन-फानन गुड्डू को उसके घर पहुंचाया गया।

    चौकी प्रभारी ने अपना बचाव किया था 

    इस मामले में चौकी प्रभारी एसाई पूनम कबीर का कहना था कि गुडडू नाम के व्यक्ति का वारंट आया था। वारंट में गुडडू के पिता का नाम स्पष्ट नहीं था लेकिन गांव का पता भगवानपुर था। भगवानपुर बहुगरा का मजरा है, इस कारण गलती से गुडडू को गिरफ्तार कर चालान कोर्ट लाया जा रहा था, बाद में मालूम चला कि वारंट सरायअकिल थाने का नहीं बल्कि करारी थाने के लिए भेजा गया था,गुडडू को वापस घर पहुंचा दिया गया।थाना प्रभारी आशुतोष सिंह का मानना था कि भूलवश गुड्डू को विवेचक ने गिरफ्तार कर लिया, उसे छोड़ दिया गया।

    एसपी ने दोषी के खिलाफ की बात कही थी

    एसपी राजेश कुमार के अनुसार किस स्तर पर लापरवाही की गई, यह जांच का विषय है। इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।