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    पिता की हत्या करने के बाद बाग में दोनों पुत्रों ने रात में खाई थी बिरयानी, सुबह कौशांबी पुलिस की गिरफ्त में आ गए

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Sun, 09 Nov 2025 08:15 PM (IST)

    कौशांबी पुलिस ने दुर्गा प्रसाद हत्याकांड का खुलासा करते हुए 24 घंटे में दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया। जायदाद के बंटवारे से नाराज बेटों ने पिता की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपियों को सीसीटीवी फुटेज की मदद से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त डंडे भी बरामद किए हैं। फिलहाल आरोपियों को न्यायालय भेज दिया गया है।(x)

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    कौशांबी पुलिस की गिरफ्त में दुर्गा प्रसाद की हत्या के आरोपित पुत्र। सौजन्य : पुलिस मीडिया सेल

    संसू, जागरण, गुआरा (कौशांबी)। करारी निवासी दुर्गा प्रसाद की हत्या कर फरार आरोपित बेटों को पुलिस ने वारदात के 24 घंटे में अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास हत्या में प्रयुक्त डंडा भी बरामद हुआ है। घटना के राजफाश में कस्बे के प्रतिष्ठानों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज ने अहम भूमिका निभाई।

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    अलग-अलग रास्ते से भागने की फिराक में थे आरोपित 

    पुलिस ने सीसीटीवी खंगाला तो पता चला कि पिता को लहूलुहान करने के बाद आरोपित बेटे करारी की एक चर्चित बिरयानी की दुकान पहुंचे और खरीदा। रात भर एक बाग में छिपे रहकर बिरयानी खाई व सुबह पिता की मौत हो जाने की खबर पता चली तो अलग-अलग रास्तों से भागने के जुगाड़ में लग गए।

    जायदाद बंटवारे को लेकर वारदात 

    करारी कस्बे के नेता नगर निवासी दुर्गा प्रसाद पुत्र स्वर्गीय राम औतार को जायदाद बंटवारे से नाराज बेटे विमलेश कुमार व विरेंद्र कुमार ने शुक्रवार की शाम लाठी-डंडे से पीटा था। शोरगुल सुन बीच-बचाव के लिए पहुंचे दुर्गा प्रसाद के बड़े बेटे ज्ञानसिंह को भी पीटा गया। घटना के बाद आरोपित बेटे भाग निकले।

    भाई प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती है

    सूचना पर पहुंची पुलिस ने जख्मी पिता-पुत्रों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां शनिवार की भोर दुर्गा प्रसाद की इलाज के दौरान मौत हो गई। ज्ञानसिंह की हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने इलाज के लिए प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल रेफर किया।

    रविवार सुबह पुलिस ने किया गिरफ्तार 

    मामले में दिवंगत दुर्गा प्रसाद की पत्नी श्रीमती देवी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित बेटे विमलेश व विरेंद्र के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर तलाश शुरू की। रविवार की सुबह 9.10 बजे पुलिस ने आरोपित विमलेश को पथरा कला से हिसामपुर जाने वाले मार्ग व 9.47 बजे धारा ब्रिक फील्ड के पास स्थित एक नलकूप के पास से गिरफ्तार कर लिया।

    आरोपितों के पास से वारदात में प्रयुक्त डंडे बरामद 

    मुकदमे के विवेचक चंद्रबली सरोज ने बताया कि आरोपितों के पास से वारदात में प्रयुक्त डंडे बरामद हुए हैं। दोनों के खिलाफ लिखापढ़ी कर चालान न्यायालय भेज दिया गया है। वहीं नेता नगर मुहल्ले के सभासद नकुल ने बताया कि पिता दुर्गा प्रसाद व भाई ज्ञान सिंह को लाठी-डंडे से पीटने के बाद आरोपित कस्बे के गुड्डू बिरयानी वाले की दुकान में पहुंचे थे। वहां से दोनों ने बिरयानी खरीदी व मदर इंडिया स्कूल के पीछे बाग की तरफ जाते दिखे थे।

    ...और पुलिस ने ट्रेस की लोकेशन  

    बताया कि दुर्गा प्रसाद की मौत हो जाने के बाद पुलिस ने दुकान से लेकर स्कूल के समीप लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो दोनों दिखे थे। इसी आधार पर पुलिस ने लोकेशन ट्रेस करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। वह लोग अलग-अलग रास्तों से कहीं भागने के जुगाड़ में थे।

    क्या कहते हें करारी इंस्पेक्टर

    करारी इंस्पेक्टर सियाकांत चौरसिया का कहना है कि दुर्गा प्रसाद ने एक बीघे जमीन बड़ी बहू के नाम लिख दी थी। इसी बात को लेकर आरोपित बेटे नाराज थे। दोनों ने पिता ने अपने हिस्से की जमीन नाम करने को कहा तो विवाद हुआ। पिटाई में ज्यादा चोट आने से दुर्गा प्रसाद की मौत हुई। आरोपितों को अभास नहीं था कि पिता की मौत हो जाएगी। इसी वजह से वह लोग बाग में छिपे रहे। शराब पी व बिरयानी खाई। 

    पांच विश्वा जमीन के लिए वारदात

    गुआरा प्रतिनिधि के अनुसार नेता नगर मुहल्ले के दिवंगत दुर्गा प्रसाद के पास उनके हिस्से में एक बीघे जमींन थी। भाई बेनी प्रसाद की मौत के बाद उनकी एक बीघे जमीन भी दुर्गा प्रसाद के नाम पर दर्ज हो गई। दुर्गा प्रसाद, पत्नी श्रीमती देवी के साथ बड़े बेटे ज्ञानसिंह के स्वजन के साथ रहते थे। छोटे दो अन्य छोटे बेटे विमलेश व विरेंद्र अपनी पत्नी व बच्चों के साथ अलग रहते थे। दोनों पहले मुंबई में मजदूरी करते थे।

    एक बीघे जमीन में पांच-पांच विश्वा चाहते थे

    पिछले दिनों जब दुर्गा प्रसाद ने अपने हिस्से की एक बीघे जमीन बड़ी बहू (ज्ञानसिंह की पत्नी) के नाम लिख तो आरोपित घर लौट आए। वह शेष बची एक बीघे जमीन में पांच-पांच विश्वा अपने नाम कराना चाहते थे। दिवंगत दुर्गा प्रसाद इसके लिए राजी नहीं थे। इसी को लेकर आरोपित करारी में ही रहकर मेहनत मजदूरी करने लगे। सभासद नकुल ने बताया कि शुक्रवार को दुर्गा प्रसाद उनके घर आए। कुछ देर बाद रुकने के बाद वह चले गए। आरोपित विमलेश व विरेंद्र को शक हुआ कि पिता अपनी जमीन बेचने के लिए उनके (सभासद) के पास गया है। इस वह लोग भी पूछताछ करने पहुंचे। नकुल ने बताया कि जमींन के बाबत कोई बात नहीं हुई तो दोनों वापस लौटे व रास्ते में मिलकर पिता को पीटने लगे थे।