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    पीएम मोदी ने किसानों को दी 42 हजार करोड़ की सौगात, मिलेंगी ये सुविधाएं

    Updated: Sat, 11 Oct 2025 07:31 PM (IST)

    लखीमपुर के कृषि विज्ञान केंद्र मंझरा में 'प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना' का सजीव प्रसारण हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को 42 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी। यह योजना 11 मंत्रालयों की 36 परियोजनाओं का एकीकरण है। पीएम धन-धान्य कृषि योजना, दलहन आत्मनिर्भरता मिशन का शुभारंभ हुआ और कृषि परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ। किसानों को ऋण सुविधाएं मिलेंगी और प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन मिलेगा।

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    कृषि विज्ञान केन्द्र मंझरा में धन-धान्य योजना का हुआ सजीव प्रसारण


    संवादसूत्र, लखीमपुर। भा.कृ.अनु.प. कृषि विज्ञान केन्द्र मंझरा में शनिवार को 'प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना' का सजीव प्रसारण आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से देशभर के किसानों को जोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 42 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी। यह योजना देश के 11 मंत्रालयों की 36 केंद्रीय परियोजनाओं का एकीकरण है।

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    इसके अंतर्गत प्रधानमंत्री ने पीएम धन-धान्य कृषि योजना एवं दलहन आत्मनिर्भरता मिशन का शुभारंभ किया, साथ ही कृषि अवसंरचना कोष, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र की 1100 से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास भी किया। इस योजना के लिए देशभर के 100 पिछड़े गांवों का चयन किया गया है, जहां दीर्घकालिक व अल्पकालिक ऋण सुविधाएं किसानों को सुलभ कराई जाएंगी।

    कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने दलहन फसलों की उत्पादकता बढ़ाने, खेती के रकबे के विस्तार, मूल्य श्रृंखला सुदृढ़ीकरण और प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने पर बल दिया। कृषि विज्ञान केन्द्र मंझरा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार सिंह ने किसानों का स्वागत करते हुए केन्द्र द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी और मौसम को ध्यान में रखते हुए गन्ना फसल व पशुओं की देखभाल पर सुझाव दिए।

    उद्यान विशेषज्ञ आर्य देश दीपक मिश्रा ने फल, फूल एवं सब्जी उत्पादन पर विस्तार से जानकारी दी। पादप संरक्षण विशेषज्ञ डॉ. विवेक कुमार पाण्डेय ने कीट एवं रोग प्रबंधन तथा फर्टीगेशन की विधि समझाई। प्रगतिशील किसान महेन्द्र यादव देवकली और अरविन्द सिंह निघासन ने अपने अनुभव साझा किए।

    कार्यक्रम में 150 किसानों को चारा उत्पादन के लिए जई के बीज वितरित किए गए। कुल 338 कृषकों ने केन्द्र के सभागार कक्ष और व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से प्रसारण में भाग लिया। कार्यक्रम निदेशक डॉ. दिनेश सिंह के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। अन्त में केन्द्र प्रमुख ने सभी कृषकों का आभार व्यक्त किया।