आजम की अखिलेश के साथ 2027 की चुनावी रणनीति पर हुई चर्चा, 45 मिनट चली मुलाकात के बाद दोनों ने कही ये बात
सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान ने गुरुवार को माफिया मुख्तार अंसारी के बड़े भाई व पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी से मुलाकात करने के बाद शुक्रवार को लखनऊ में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से उनके आवास पर मुलाकात की। जेल से रिहाई के बाद आजम की सपा मुखिया से ये दूसरी मुलाकात है। करीब 45 मिनट चली इस मुलाकात में दोनों के बीच वर्ष 2027 की चुनावी रणनीति पर भी चर्चा हुई।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान ने गुरुवार को माफिया मुख्तार अंसारी के बड़े भाई व पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी से मुलाकात करने के बाद शुक्रवार को लखनऊ में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से उनके आवास पर मुलाकात की। जेल से रिहाई के बाद आजम की सपा मुखिया से ये दूसरी मुलाकात है। करीब 45 मिनट चली इस मुलाकात में दोनों के बीच वर्ष 2027 की चुनावी रणनीति पर भी चर्चा हुई। माना जा रहा है कि अब आजम की राजनीतिक सक्रियता बढ़ेगी। वहीं, मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, ''कुछ हाल-ए-दिल उन्होंने कहा, कुछ हाल-ए-दिल हमने कहा।''
पिछले दिनों जेल से रिहा हुए आजम से अखिलेश यादव उनके घर रामपुर मिलने गए थे। अब आजम सपा प्रमुख के घर पहुंचे। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि आज मेरे आने का मकसद बस यही था कि लोगों को बता सकूं कि आज भी इस धरती पर कुछ लोग जिंदा हैं, जिनकी कुव्वत-ए-बर्दाश्त किसी भी पत्थर और पहाड़ से ज्यादा है। आज कई लोग हजारों किलोमीटर दूर से मुझसे मिलने आते हैं, गले लगते हैं, जो मेरे धर्म के भी नहीं हैं।
यह बदलाव है और बदलाव महसूस भी हो रहा है। अखिलेश से दूरी के सवाल पर कहा कि अब दिल ही कहां रह गया है। बगैर दिल के काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस घर से मेरा रिश्ता 50 साल पुराना है। इसे कमजोर होने में कई साल लगेंगे और टूटने में सदियां। मेरे पास शायद सदियां नहीं हैं, पर यह रिश्ता अगली पीढ़ी तक जाएगा।
उन्होंने भावुक अंदाज में कहा, अगर कभी इस रिश्ते पर थोड़ा जंग लग जाए, तो मैं खुद साफ कर दूंगा, किसी और की जरूरत नहीं है। पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने जीवन में बहुत दर्द और अन्याय झेला है, अब उससे ज्यादा क्या होगा, जब सब कुछ झेल लिया, तो अब अलग क्यों हों? आजम के साथ उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम भी साथ थे।
आजम ने कहा कि हम एक परिवार हैं। यह मुलाकात पूरी तरह पारिवारिक थी, राजनीतिक नहीं। परिवार की बातें सार्वजनिक नहीं की जातीं। मुलाकात के बाद अखिलेश इंटरनेट मीडिया एक्स पर एक भावुक पोस्ट किया, ''न जाने कितनी यादें संग ले आए, जब वो आज हमारे घर पर आए! ये जो मेल-मिलाप है, यही हमारी सांझी विरासत है।'' आजम पिछले दो दिनों से लखनऊ में हैं, और पार्टी नेताओं से मिल रहे हैं।

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