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    BrahMos Supersonic Missile: लखनऊ में सुपर सोनिक ब्रह्मोस मिसाइलों के प्रथम बैच का फ्लैग ऑफ, देश की सेना होगी और मजबूत

    By Dharmendra PandeyEdited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Sat, 18 Oct 2025 01:06 PM (IST)

    BrahMos Supersonic Missile Flag Off: विश्व की सबसे तेज और घातक सटीक प्रहार क्षमता वाली ‘ब्रह्मोस’ सुपरसोनिक मिसाइल के पहले बैच के फ्लैग ऑफ से पहले रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री बूस्टर भवन का उद्घाटन किया और बूस्टर डॉकिंग प्रक्रिया का प्रदर्शन भी देखा। 

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    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के किया सुपर सोनिक ब्रह्मोस मिसाइलों के प्रथम बैच का फ्लैग ऑफ 

    जागरण संवाददाता, लखनऊ: पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह करने वाली स्वदेशी मिसाइल ब्रह्मोस की लखनऊ में बनी खेप को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेना को सौंप दिया। लखनऊ में निर्मित सुपर सोनिक ब्रह्मोस मिसाइलों के प्रथम बैच का फ्लैग ऑफ हो गया और यह मिसाइलें अब सेना के बेड़े को और मजबूती देंगी।

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    गोला-बारूद के बाद उत्तर प्रदेश में तैयार ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें भी सेना के बेड़े में शामिल हो गईं। लखनऊ में तैयार इन मिसाइलों की पहली खेप को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को जारी किया।

    लखनऊ में सरोजनी नगर तहसील के भटगांव में भारत-रूस संयुक्त रक्षा उपक्रम के अंतर्गत स्थापित संयंत्र में इन मिसाइलों का निर्माण किया जा रहा है। ब्रह्मोस एयरो स्पेस इकाई की स्थापना 2021 में करीब 200 एकड़ में की गई थी। इस वर्ष 11 मई को पहली मिसाइल तैयार होने के साथ ही इस इकाई का शुभारंभ किया गया था। यहां हर वर्ष 80 से 100 मिसाइलें तैयार होंगी, वहीं ब्रह्मोस का अपडेट वर्जन एनजी भी यहां तैयार हो सकेगा। ब्रह्मोस एनजी मिसाइल अपेक्षाकृत हल्की और अधिक मारक होगी।

    ब्रह्मोस एयरोस्पेस सरोजिनी नगर लखनऊ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धनतेरस के पावन पर्व पर ब्रह्मोस मिसाइल के बैच को सेना को समर्पित किया। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर के लखनऊ नोड के ब्रह्मोस एयरोस्पेस सरोजिनी नगर से ब्रह्मोस की पहली खेप रवाना होने से स्वदेशी रक्षा उत्पादन को नई उड़ान मिलेगी। स्वदेशी हथियार ब्रह्मोस की लखनऊ यूनिट से उत्पादन की पहली खेप राष्ट्र को समर्पित की गई है।इसके साथ ही लखनऊ ने रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में नया इतिहास रच दिया। कार्यक्रम के दौरान डीजी (ब्रह्मोस) डॉ. जयतीर्थ आर. जोशी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चेक और जीएसटी बिल सौंपा, जिससे राज्य सरकार को राजस्व प्राप्त होना प्रारंभ हो गया।

    विश्व की सबसे तेज और घातक सटीक प्रहार क्षमता वाली ‘ब्रह्मोस’ सुपरसोनिक मिसाइल के पहले बैच के फ्लैग ऑफ से पहले रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री बूस्टर भवन का उद्घाटन किया और बूस्टर डॉकिंग प्रक्रिया का प्रदर्शन भी देखा। इसी क्रम में एयरफ्रेम और एवियोनिक्स, वारहेड भवन में पीडीआई (प्री डिस्पैच इंस्पेक्शन) तथा ब्रह्मोस सिम्युलेटर उपकरणों का प्रेजेंटेशन किया गया। इसके अलावा वृक्षारोपण कार्यक्रम, स्टोरेज ट्रॉली प्रदर्शन, जीएसटी बिल प्रस्तुतीकरण और मोबाइल ऑटोनमस लॉन्चर का प्रदर्शन भी इस अवसर पर आयोजित किया गया।

    भारत की रक्षा उत्पादों में आत्मनिर्भरता के संकल्प को नई ऊर्जा प्रदान करने वाली लखनऊ की ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट ने नई इंटीग्रेशन एंड टेस्ट सुविधा से मिसाइल सिस्टम की पहली खेप सफलतापूर्वक तैयार की है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस कि अत्याधुनिक यूनिट 11 मई 2025 को उद्घाटन के बाद पूरी तरह संचालन में आई थी। यहां मिसाइल इंटीग्रेशन, टेस्टिंग व अंतिम गुणवत्ता परीक्षण की सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पर सफल परीक्षण के बाद भारतीय सशस्त्र बलों के लिए तैनाती के लिए मिसाइलें तैयार की जाती हैं। ब्रह्मोस मिसाइलों के उत्पादन से उत्तर प्रदेश को निरंतर जीएसटी आय प्राप्त होगी और उच्च कौशल वाले युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

    डिफेंस कॉरिडोर की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना

    सरोजिनी नगर के भटगांव में अत्याधुनिक ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। यहां मिसाइलों के असेंबली, इंटीग्रेशन और टेस्टिंग का कार्य उच्च तकनीकी मानकों के अनुरूप किया जाता है। इस यूनिट से पहली खेप के रवाना होने के साथ ही प्रदेश ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के अभियान में एक सशक्त साझेदार बन गया है। लखनऊ ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर की पहली ऐसी सुविधा है, जहां मिसाइल सिस्टम के निर्माण से लेकर अंतिम परीक्षण तक की पूरी प्रक्रिया देश में ही की जाती है। यह परियोजना न केवल रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि प्रदेश में रोजगार, निवेश और तकनीकी नवाचार के नए अवसर भी सृजित कर रही है।

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    उत्तर प्रदेश बनेगा भारत का अगला एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण हब
    ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने भारतीय सशस्त्र बलों की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपनी उत्पादन क्षमता में तेजी से विस्तार किया है। लखनऊ का यह मैन्युफैक्चरिंग सेंटर न केवल भारतीय सेना की आवश्यकताओं को समयबद्ध रूप से पूरा करेगा, बल्कि आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय निर्यात बाजार की मांगों को भी पूरा करने में सक्षम होगा।

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    लखनऊ में स्थापित यह समर्पित ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश को भारत के अगले एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यहां विकसित की जा रही अत्याधुनिक तकनीकें भविष्य में ब्रह्मोस एयरोस्पेस को और भी उन्नत वेरिएंट के मिसाइल सिस्टम विकसित करने में मदद करेंगी।