कुंभ मेला 2019 में बिना अनुबंध के फर्म को जारी किए 95.28 लाख रुपये, CAG रिपोर्ट में खुलासा
UP News | CAG ने कुंभ मेला 2019 के कचरे के निपटान में अनियमितताएं पाई हैं। एक फर्म को बिना अनुबंध के 95.28 लाख रुपये जारी किए गए जो वित्तीय नियमों के विरुद्ध है। इसके अतिरिक्त फर्म को दिए गए 15 लाख रुपये के ऋण की वसूली भी नहीं हुई है हालांकि सरकार ने वसूली के प्रयास करने की बात कही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने कुंभ मेला 2019 के पुराने अपशिष्ट के निस्तारण का ठेका लेने वाली फर्म को बिना अनुबंध के निधि जारी किए जाने का खुलासा किया है। सीएजी ने इसे वित्तीय नियमों के प्रतिकूल बताया है।
यही नहीं फर्म को ऋण के रूप में दिए गए 15 लाख रुपये वापस न लेने का भी राज्य मिशन निदेशक पर आरोप है। सीएजी की रिपोर्ट के अनुसार 15 जनवरी 2019 से चार मार्च 2019 तक कुंभ मेला का आयोजन हुआ था।
इसमें निकले 10 हजार टन पुराने अपशिष्ट के निस्तारण के लिए मेसर्स हरी भरी रिसाइक्लिंग प्राइवेट लिमिटेड को अनुबंध किए बिना 95.28 लाख रुपये मई 2019 में जारी कर दिए गए। इसमें खाद की पैकिंग के लिए ऋण के रूप में फर्म को 15 लाख रुपये भी दिया गया था।
इस मामले में राज्य सरकार ने मई 2020 में बताया था कि कुंभ मेला में निकले अपशिष्ट के प्रसंस्करण के बाद 1,345 मीट्रिक टन खाद का उत्पादन हुआ था।
इसमें से 604 मीट्रिक टन खाद को फर्म ने 15.10 लाख रुपये में बेचा था। इसके बावजूद जून 2023 तक ये राशि वसूली नहीं गई।हालांकि सरकार ने जून 2023 में जानकारी दी थी कि फर्म को पत्र लिखा गया है, धनराशि जल्द ही वापस ले ली जाएगी।
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