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    Fatty Liver in Children: बच्चों में मोटापा से बढ़ रहा खतरा, फैटी लिवर से भी बढ़ रहा डायबिटीज

    Updated: Thu, 21 Aug 2025 05:31 PM (IST)

    मोटापा बच्चों के लिए खतरनाक है। बाहर का खाना और शारीरिक निष्क्रियता लिवर को खराब कर सकते हैं। खेलकूद और संतुलित भोजन से बच्चों को बचाएं। फूड सप्लीमेंट से दूर रहें और वजन नियंत्रित रखें। मोटापा डायबिटीज का खतरा भी बढ़ाता है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर बच्चों को फैटी लिवर से बचाया जा सकता है।

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    बच्चों में मोटापा से लिवर फाइब्रोसिस और सिरोसिस का बढ़ रहा खतरा

    मोटापे को स्वस्थ्य होने का पैमाना समझने की गलती न करें। विशेषकर यदि बच्चा मोटापे से ग्रस्त हो और वजन सामान्य से अधिक हो तो उसे गंभीरता से लें। पिछले कुछ वर्षो में खानपान में काफी बदलाव आया है। बच्चे घर की बजाय बाहर की वस्तुएं खाना अधिक पसंद कर रहे हैं।

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    पिज्जा, बर्गर, चिप्स, बिस्किट, चाकलेट, जूस एवं कोल्डड्रिंक्स के अधिक इस्तेमाल और शारीरिक निष्क्रियता के चलते बच्चों का लिवर खराब हो रहा है। ओपीडी में आने वाले प्रत्येक 10 में से तीन बच्चे मोटापा एवं फैटी लिवर की चपेट में हैं।

    सामान्य से करीब 30 प्रतिशत से अधिक वजन खतरे का संकेत है। इसे नजरअंदाज न करें। लंबे समय तक फैटी लिवर से लिवर फाइब्रोसिस और सिरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। यही नहीं, यदि आपका बच्चा मोटापा से ग्रसित है तो भविष्य में उसे डायबिटीज और हाईपरटेंशन की बीमारी हो सकती है।

    बच्चों को मोटापा या फैटी लिवर से बचाने के लिए खेलकूद से जोड़ें। किसी आउटडोर खेल से बच्चे की नियमित एक्सरसाइज होगी और शरीर में वसा का जमाव नहीं होगा। बच्चों को घर का बना ताजा व संतुलित भोजन दें। उन्हें हरी सब्जियों व मौसमी फल के महत्व के बारे में बताएं।

    इसका पालन माता-पिता को भी करना चाहिए, क्योंकि बच्चों पर परिवार के रहन-सहन और खानपान का असर पड़ता है। ये अहम जानकारी गुरुवार को दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के पीडियाट्रिक गैस्ट्रोइंट्रोलाजिस्ट डा. पीयूष उपाध्याय ने दी। उन्होंने कई पाठकों के सवालों के जवाब दिए।

    मेरी सात साल की पोती है। वह ठीक से भोजन नहीं करती है। अक्सर उल्टी की शिकायत करती है। - सारा श्रीवास्तव, सुलतानपुर

    बच्चों में ऐसी समस्या पेट साफ न होने से देखने को मिलती है। पाटी भी कड़ी होना एक कारण हो सकता है। उसे नियमित अंतराल पर पानी पिलाएं। फाइबरयुक्त भोजन की मात्रा बढ़ाएं। किसी आउटडोर खेल में दाखिला दिलाएं। खेल से बच्चों में शीरिक फिटनेस के साथ प्रतिस्पर्धा बढ़ती है। आराम मिलेगा।

    मेरी बेटी की लंबाई कम है। अभी वह 12 साल की है। क्या उसे कोई फूड सप्लीमेंट दे सकते हैं? - सुधा सिंह, अमेठी

    देखिए, टीवी पर कई तरह के फूड सप्लीमेंट का विज्ञापन प्रसारित किया जाता है। कई विज्ञापनों में यह दिखाया जाता है कि उन फूड सप्लीमेंट के इस्तेमाल से बच्चों का कद अच्छा बढ़ेगा और बुद्धि भी तेज होगी। ऐसे भ्रामक विज्ञापनों पर भरोसा न करें। ऐसे फूड सप्लीमेंट का इस्तेमाल बच्चों की सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। घर का बना पौष्टिक आहार, हरी सब्जी और मौसमी फल रही सर्वश्रेष्ठ है।

    मेरे 11 साल का बेटा है। उसका वजन 47 किलो है। अक्सर पेट में दर्द रहता है। - विनोद तिवारी, बाराबंकी

    -मोटापा छोटे बच्चों के लिवर को खतरे में डाल रहा है। लंबे समय तक मोटापा से बच्चों में लिवर फाइब्रोसिस की परेशानी हो जाती है। इसके अलावा कोलेस्ट्राल और ट्राईग्लीसिराइड भी बढ़ जाता है, दिल को कमजोर कर सकता है। बच्चे को बाहर की वस्तुएं सीमित मात्रा में दें। उसे मैदान में खेलने भेजें। क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस जो भी उसे पसंद है। 15 साल की उम्र तक वजन नियंत्रित करना बेहद जरूरी है, अन्यथा भविष्य में उसकी दिक्कतें बढ़ सकती हैं।

    बच्चों को फैटी लिवर से कैसे बचाएं? - शिल्पी, लखनऊ

    -बच्चों को फैटी लिवर से बचाने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना जरूरी है। जितना संभव हो बच्चे के डिब्बा बंद वस्तुएं न खिलाएं। चीनी, मीठे पेय पदार्थ को कम करें। बच्चों को प्रतिदिन कम से कम 60 मिनट शारीरिक गतिविधि के लिए प्रोत्साहित करें। टीवी एक घंटे से अधिक देर तक न देखने दें। मोटापे के कारण ही किशोरों में टाइप-टू डायबिटीज बढ़ रही है। लंबाई और उम्र के हिसाब से वजन अधिक न होने दें।

    मुझे एक साल से फैटी लिवर ग्रेड-तीन की दिक्कत है। मेरा वजन भी अधिक है। -हरिशंकर, बलिया

    डायबिटीज के रोगी को फैटी लिवर का खतरा रहता है। यदि आपको शुगर है तो नियमित दवा, संतुलित भोजन और व्यायाम जरूरी है। डायबिटीज नियंत्रित रहने से कई तरह की बीमारी से बचाव संभव है। शाम का भोजन जल्द और कम करें। तेल, घी और मीठा पूरी तरह से छोड़ दें। अगले तीन माह में वजन कम होगा तो फैटी लिवर की परेशानी से भी छुटकारा मिलेगा।

    मेरा 12 साल का बेटा है। वह मोटापा की चपेट में है, लेकिन उसे कोई परेशानी नहीं होती है। - राजीव श्रीवास्तव, लखनऊ

    -12 साल के बच्चे में फैटी लिवर के बावजूद कोई परेशानी न होना संभव है, क्योंकि यह रोग अक्सर शुरुआती चरणों में लक्षणरहित होता है। कई बच्चों में यह स्थिति बिना किसी स्पष्ट लक्षण के पाई जाती है। कुछ को पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में हल्का दर्द और बुखार की शिकायत होती है। बच्चे का वजन नियंत्रित करें। भविष्य में कई बीमारी से बचाव संभव होगा।

    मेरी 11 साल की बेटी है। सामान्य से उसका वजन 10 किलोग्राम अधिक है। क्या करें? -सुमन वर्मा, बाराबंकी

    -सबसे पहले अपने बेटी को किसी एक आउटडोर खेल से जोड़िए, जिससे हर दिन एक्सरसाइज हो सकेगी। साथ ही उसे बाहर की वस्तुएं कम खिलाएं। उसे बताएं कि घर का बना भोजन ही उत्तम है। पानी पीने की आदत डालें। एक बार लोहिया संस्थान में आकर दिखा लें।

    बच्चों में फैटी लिवर के लक्षण

    • पेट में दाहिने तरफ दर्द और भारीपन
    • बुखार और बेचैनी
    • थकान और कमजोरी
    • भूख कम लगना
    • ग्रेड-तीन में पीलिया का खतरा
    • त्वचा और आंखों का पीला पड़ना
    • लीवर एंजाइम का स्तर बढ़ना