कोडीन सीरप की अवैध बिक्री करने वाली 16 फर्मों पर एफआईआर, 25 दुकानों पर नारकोटिक्स दवाओं की बिक्री पर रोक
कोडीन सीरप की अवैध बिक्री के मामले में नारकोटिक्स विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। 16 फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जो इस अवैध धंधे में लिप्त थीं। साथ ही, 25 दुकानों पर नारकोटिक्स दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। यह कदम युवाओं में नशे की लत को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने कोडीन सीरप की अवैध बिक्री करने वाली 16 फर्मों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। नारकोटिक्स दवाओं की अवैध बिक्री के खिलाफ चले अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई है।
एफएसडीए सूत्रों के अनुसार प्रदेश में 115 दवा दुकानों की जांच करके कोडीन सीरप के नमूने लिए गए। 25 दवा की दुकानों पर नारकोटिक्स दवाओं की बिक्री पर रोक लगाई गई है। कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, लखनऊ की इधिका लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड से लाखों बोतल कोडीन सीरप की बिक्री का रिकार्ड नहीं मिला है। यह लखनऊ में स्थित आर्पिक फार्मा की सहयोगी कंपनी है। सीतापुर, उन्नाव, लखीमपुर, रायबरेली, बांदा, प्रयागराज, वाराणसी, कौशांबी सहित कई जिलों में इधिका लाइफ साइंसेज से कोडीन सीरप की आपूर्ति की गई है।
इस कंपनी की निर्माण इकाई गुजरात में है। जांच के बाद गुजरात एफएसडीए को भी कोडीन सीरप की अवैध बिक्री की जानकारी देकर कार्रवाई के लिए कहा जाएगा। एफएसडीए के अनुसार कोडीन सीरप को कई गुणा अधिक कीमत पर असम, बंगाल के रास्ते बांग्लादेश भेजा जाता है। वहां यह सीरप नशे के लिए कई गुणा अधिक दाम पर बिकता है।

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